यूपी के चर्चित अनामिका शुक्ला फर्जी टीचर केस में शुक्रवार को नया खुलासा हुआ है। ननद-भाभी और जीजा के गैंग का पता चला है। कई जिलों में पकड़ी गई नकली अनामिका शुक्ला आपस में रिश्तेदार हैं और इस केस का मास्टरमाइंट इनका जीजा लगता है। इस बात का पता नकली अनामिका शुक्ला से पूछताछ में पता चला।
कस्तूरबा विद्यालय में अनामिका शुक्ला के नाम पर नौकरी करने वाली शिक्षिका का खुलासा होने के बाद प्रयागराज के बीएसए ने कर्नलगंज थाने में भी फर्जी अनामिका के खिलाफ एफआईआर कराई थी। पुलिस को शुरुआती जांच से पता चला कि प्रयागराज में रीना नामक महिला अनामिका के नाम पर नौकरी कर रही थी। लेकिन जब जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि रीना की जगह कानपुर देहात की सरिता यादव फर्जी अनामिका बनकर नौकरी कर रही थी। इसका खुलासा होने के बाद से वह फरार है।
बताया जा रहा है कि इस फर्जीवाड़े का खुलासा अलीगढ़ पुलिस ने किया। अलीगढ़ पुलिस ने वहां पर तैनात फर्जी अनामिका की जांच करते हुए कानपुर देहात की बबली यादव को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि बबली यादव की ननद सरिता यादव प्रयागराज में नौकरी कर रही थी। इन्हें उनके जीजा बल्लू यादव ने अपने मित्र पुष्पेंद्र की मदद से तीन तीन लाख रुपये लेकर फर्जी नियुक्ति कराई थी। कर्नलगंज इंस्पेक्टर अरुण त्यागी ने बताया कि फर्जी अनामिका यानि सरिता यादव की तलाश में प्रयागराज पुलिस की एक टीम कानपुर देहात में छापेमारी करेगी। उसके खिलाफ साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं। वहीं मैनपुरी की दीप्ती और सहारनपुर में गिरफ्तार फर्जी टीचर से भी इनका कनेक्शन पता किया जा रहा है। हालांकि एसटीएफ ने अनामिका शुक्ला केस का खुलासा इसके मास्टरमाइंड को गिरफ्तार पहले ही कर चुकी है।