लद्दाख के गलवान में सोमवार की रात चीनी सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हुए 37 वर्षीय कर्नल बी. संतोष बाबू के पार्थिव शरीर को बुधवार की सुबह हैदराबाद लाया गया। एक विशेष विमान से कर्नल के पार्थिव शव को नई दिल्ली से सुबह करीब साढ़े 9 बजे शमशाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट लाया गया। संतोष के शव के साथ उनकी पत्नी संतोषी और उनके दोनों बच्चे- 9 साल की बेटी अभिग्न और 4 साल का बेटा अनिरुद्ध भी साथ थे।
साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार और शमशाबाद डीसीपी एन. प्रकाश रेड्डी और अन्य पुलिस अधिकारी संतोष बाबू के पार्थिव शरीर के लेने के लिए पहुंचे थे। सज्जनार अपना शोक व्यक्त करते हुए बहादुर जवान के परिवार के प्रति सांत्वना जताई।
संतोष के पिता बी. उपेन्द्र स्टेट बैंक के रिटायर्ड मैनेजर हैं। कमिश्नर ने बताया कि उनके पिता एयरपोर्ट पर नहीं आ सके क्योंकि लो ब्लड प्रेशर के कारण डॉक्टर ने उन्हें आराम करने की सलाह दी थी।
इसके बाद, संतोष के पार्थिव शव को विशेष गाड़ी से उनके गृह जिले सूर्यापेट लाया गया। राज्य के ऊर्जा मंत्री जी. जगदीश रेड्डी जो सूर्यापेट से आते हैं, उन्होंने कर्नल के परिवार को उनके पैतृक आवास पर जाने के लिए विशेष काफिले का इंतजाम किया था। संतोष के शव को सूर्यापेट मे रखा जाएगा। गुरूवार की सुबह पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके गाव कसाराबाद में अंतिम संस्कार किया जाएगा।