हरियाणा में जनता पार्टी (भाजपा) नेता और टिकटॉक स्टार सोनाली फोगाट का चप्पल कांड अब तूल पकड़ता जा रहा है। राज्य के गृहमंत्री अनिल विज ने रविवार को सोनाली फोगाट के हिसार मार्केट कमेटी सचिव को थप्पड़ व चप्पल से पीटने के मामले पर बोलते हुए कहा कि कानून अपना काम कर रहा है जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
विज ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस मामले में दोनों पक्षों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि घटना की तफ्तीश की जाएगी और दोषी के खिलाफ कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।
भाजपा नेता सोनाली फोगाट के खिलाफ हिसार कृषि मार्केट कमेटी सचिव सुल्तान सिंह की शिकायत पर बलवा, लोक सेवक के कार्य में बाधा डालने तथा अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने फोगाट पर उन्हें चप्पल से पीटने का आरोप लगाया है। इसके अलावा सुल्तान सिंह के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है, जिन पर सोनाली फोगाट ने अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाया है।
बीते दिनों वायरल हुए एक वीडियो में भाजपा नेता सोनाली फोगाट हिसार मार्केट कमेटी सचिव को थप्पड़ व चप्पल पीटती दिख रही हैं। फोगाट का आरोप है कि अधिकारी ने उनके खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। यह वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियों में हिसार के आदमपुर से भाजपा नेता तथा टिकटॉक स्टार फोगाट (40) पहले तो अधिकारी के थप्पड़ मारती हैं और फिर सबके सामने चप्पल से उनकी पिटाई करती दिख रही हैं। बाद में सुल्तान सिंह ने फोगाट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि उन्होंने उनके खिलाफ कोई अभद्र टिप्पणी नहीं की। सुल्तान सिंह ने फोगाट पर आरोप लगाया कि उन्होंने इस ”गलतफहमी” में उनकी पिटाई की है कि मैंने विधानसभा चुनाव के दौरान उनका विरोध किया था।
हिसार के पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया ने शनिवार को बताया कि फोगाट के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 149, 186, 322, 353, 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुनिया ने कहा कि वहीं, सुल्तान सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354 और 509 के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों मामले हिसार के सदर पुलिस थाने में दर्ज किए गए।
चंडीगढ़। हरियाणा में विपक्ष के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हिसार के आदमपुर में मार्केट कमेटी सचिव के साथ हुई मारपीट को लेकर कहा है कि जो भी तस्वीरें सामने आई हैं वे दुर्भाग्यपूर्ण हैं तथा इस तरह से किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती। हुड्डा ने कहा कि ऐसी घटनाएं मंडियों में फसल बेचने के लिए जद्दोजहद कर रहे किसानों की परेशानी से सरकार और प्रशासन का ध्यान भटकाती हैं। इससे कर्मचारी और अधिकारियों का मनोबल भी टूटता है, इसलिए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच जरूरी है। जांच के आधार पर है सही या गलत का फैसला होना चाहिए। सरकार सुनिश्चित करे कि कानून को हाथ में लेने वाला बेशक कितना भी रसूखदार क्यों न हो, उस पर कार्रवाई जरूर हो।