कोरोना का खौफ से लोग काफी डरे हुए हैं। गुरुवार को शहर के जैन मोहल्ला निवासी वृद्धा कमलेश देवी का शव चार कंधों के बजाय रेहड़ी पर श्मशान घाट पहुंचाया गया। जहां गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में पहुंचे लोग कंधा देने को राजी नहीं हुए थे।
शहर के जैन मोहल्ला निवासी 65 वर्षीय कमलेश देवी के पति ओमप्रकाश गर्ग की पहले ही मौत हो गई थी, जबकि कमलेश देवी कई दिनों से बीमार चल रही थीं। जिन्होंने गुरुवार दोपहर हार्ट फेल होने के कारण दम तोड़ दिया। जिसकी जानकारी होते ही परिवार के लोग इकट्ठा हुए और अंतिम संस्कार की तैयारी में जुट गए।
जहां पहले चार कंधों पर शवयात्रा निकालने की तैयारी की गई, लेकिन कोरोना वायरस की दहशत के चलते कोई कंधा देने को राजी नहीं हुआ। जिसके बाद वृद्धा के इकलौते बेटे विकास ने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर शव को रेहड़ी में शमशान घाट तक पहुंचाने का निर्णय लिया। जहां परिवार व समाज के चंद लोगों के साथ मिलकर वृद्धा कमलेश देवी का शव लेकर श्मशान घाट पहुंचे और गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।