दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) के दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या के मामले में बुधवार को कड़कड़डूमा कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। 650 पन्नों की इस चार्जशीट में अंकित शर्मा की हत्या के लिए ताहिर हुसैन सहित 10 लोगों को आरोपी बनाया गया है। कोर्ट ने इस पर सुनवाई के लिए तारीख 16 जून तय की है। पुलिस ने दावा किया है उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा के पीछे गहरी साजिश थी।
जानकारी के अनुसार, मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ऋचा परिहार के समक्ष दायर की गई चार्जशीट में क्राइम ब्रांच ने दावा किया है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली हिंसा के दौरान आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या और दंगों के पीछे एक गहरी साजिश थी, क्योंकि निलंबित AAP पार्षद ताहिर हुसैन की अगुवाई वाली भीड़ ने उन्हें विशेष रूप से निशाना बनाया था।
पुलिस ने कहा कि अंकित शर्मा की हत्या करने के बाद, भीड़ ने उनके शरीर को पास के नाले में फेंक दिया था जिसे अगले दिन बाहर निकाला गया था। हिंसा के दौरान एक छत पर खड़े एक गवाह ने अपने मोबाइल फोन पर एक वीडियो कैप्चर किया था, जिसमें व्यक्तियों के एक समूह को मृतकों को नाले में फेंकते हुए दिखाया गया है। पोस्टमार्टम के दौरान, डॉक्टरों ने अंकित शर्मा के शरीर पर 51 तेजधार हथियार से घाव के निशान पाए हैं। गौरतलब है कि दिल्ली हिंसा से जुड़े मामले में दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी (आप) के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन सहित 27 लोगों के खिलाफ मंगलवार को अदालत में दो चार्जशीट दाखिल की थीं। पुलिस ने चार्जशीट में ताहिर को दिल्ली हिंसा का मास्टरमाइंड बताया है। दोनों चार्जशीट में पुलिस ने जेएनयू में कथित तौर पर देश विरोधी नारे लगाने के आरोपी उमर खालिद के नाम का जिक्र किया है। हालांकि, अभी खालिद को आरोपी नहीं बनाया गया है।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दो अलग-अलग चार्जशीट दाखिल की हैं। दूसरी चार्जशीट में पुलिस ने पिंजरा तोड़ संगठन की नताशा नरवाल और देवांगना कलिता को भी आरोपी बनाया है।
कड़कड़डूमा स्थित मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष पुलिस टीम ने चार्जशीट दाखिल की। अदालत ने चार्जशीट पर संज्ञान लेने के लिए अगलली सुनवाई 16 जून तय कर दी। पुलिस की ओर से 1030 पेज की चार्जशीट में 75 गवाहों की लिस्ट भी अदालत को सौंपी गई। चार्जशीट में पुलिस ने ताहिर व अन्य को आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या का आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने ताहिर पर उमर खालिद से मिलने और हिंसा की रूपरेखा तैयार करने का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में उत्तर पूर्वी दिल्ली में 23 से 26 फरवरी के बीच हिंसा हुई थी, जिसमें 50 से अधिक लोग मारे गए थे और 200 लोग घायल हो गए थे।