कोरोना संकट के बीच आने वाला है साइक्लोन निसर्ग, चक्रवात से जुड़ी 10 बातें

देश में चल रहे कोरोना वायरस संकट के बीच एक और चक्रवात महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय जिलों में दस्तक देने को तैयार है। बंगाल और उड़ीसा में पिछले दिनों सुपर साइक्लोन अम्फान के तबाही मचाने के बाद चक्रवात निसर्ग (Cyclone Nisarga) पश्चिमी तट पर अरब सागर के ऊपर बनना शुरू हो गया है और महाराष्ट्र व गुजरात के कुछ हिस्सों से टकरा सकता है। मौसम विभाग ने उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तट के लिए एक ‘येलो’ चेतावनी जारी की है। आईएमडी ने आगाह किया कि चक्रवाती तूफान निसर्ग मुंबई सहित महाराष्ट्र के तटीय जिलों को गुजरात और अन्य पड़ोसी राज्यों से अधिक प्रभावित करेगा। 

आईएमडी ने कहा है कि अरब सागर में डिप्रेशन तीव्र होकर एक गंभीर चक्रवाती तूफान निसर्ग में परिवर्तित होने वाला है और तीन जून को रायगढ़ जिले में हरिहरेश्वर और दमन के बीच उत्तर महाराष्ट्र और गुजरात तटों को पार करेगा। एनडीआरएफ ने गुजरात में पहले ही 13 टीमें तैनात कर दी है, जिनमें से दो टीमों को रिजर्व रखा गया है। इसके अलावा महाराष्ट्र में 16 टीमें तैनात की गई हैं, जिनमें से सात टीमों को रिजर्व रखा गया है। जबकि एक-एक टीम दमन एवं दीव और दादरा एवं नगर हवेली में तैनात की गई है। एनडीआरएफ निचले तटीय इलाकों से लोगों को खाली कराने में राज्य सरकारों की मदद कर रहा है।

महाराष्ट्र सरकार ने चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग से मद्देनजर मुंबई और आस पास के जिलों के लिए सोमवार को अलर्ट जारी किया। तूफान के तीन जून को राज्य के तट पर पहुंचने की आशंका है। ठाकरे ने एक बयान में कहा कि अरब सागर में विकसित हो रहे चक्रवाती तूफान के मद्देनजर मुंबई शहर, मुंबई उपनगरीय जिले, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं कि ऐसे वक्त में बिजली आपूर्ति बिल्कुल बाधित नहीं हो जब राज्य कोरोना वायरस संकट से जूझ रहा है और विभिन्न अस्पतालों में हजारों मरीजों का इलाज चल रहा है।  तटीय पालघर और रायगढ़ जिलों में स्थित रासायनिक और परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त एहतियात बरती जा रही है।

केंद्रीय गृमंत्री अमित शाह ने चक्रवात निसर्ग को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे तथा दादरा एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल के साथ वीडियो कॉफ्रेंस के जरिए सोमवार को एक बैठक की। गृहमंत्री ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय भी बैठक में मौजूद थे।

 हिंद महासागर में उठने वाले चक्रवातों की ताकत से यह चक्रवात दोगुनी ताकत का है। चक्रवातों की ताकत को उनके द्वारा उत्पन्न हवा की गति से मापा जाता है। सबसे मजबूत, निसर्ग 95-105 किलोमीटर प्रति घंटे की गति में हवा की गति से जुड़ा होगा। 

 पिछले दिनों ‘अम्फान’ को श्रेणी 5 के सुपर-साइक्लोन के रूप में वर्गीकृत किया गया था, हालांकि यह बाद में श्रेणी 4 तक कमजोर हो गया था। मौसम विभाग ने चक्रवात निसर्ग के चलते मछुआरों को ऐतिहातन समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि जो मछुआरे अभी अरब सागर में गए हैं, वे तुरंत वापस तटों पर लौटें। इस चक्रवाती तूफान की लाइव ट्रैकिंग संभव है और आईएमडी वेबसाइट के माध्यम से किया जा सता है।

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