ब्यूरो,
त्रासदी….
बड़ी उम्मीद के साथ बच्चे को जिंदा लेकर आए सरकारी मेडिकल कॉलेज,
लेकिन यहां वापसी में बच्चे को राख की तरह समेट कर ले जाना पड़ा…
बच्चे को जिंदा लेकर आए सरकारी मेडिकल कॉलेज। बड़ी उम्मीद के साथ। लेकिन यहां वापसी में बच्चे को राख की तरह समेट कर ले जाना पड़ा…इस पिता और माता का क्या कष्ट होगा इसका अंदाजा कमीशनखोर कभी नहीं लगा सकते जिन्होंने मेडिकल कालेज में घटिया सामान लगाया और सब स्टैंडर्ड सप्लाई दी।