IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
आलोक वाजपेई (ज्योतिषाचार्य),
नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि ।
तन्नो विष्णुः प्रचोदयात् ॥
मंत्र का अर्थ:
जिनका सुंदर मुख मंडल है ऐसे श्री हरि नारायण, जो श्रेष्ठ बुद्धि के धारक हैं ऐसे श्री हरि वासुदेव, जो सर्वस्व हैं ऐसे श्री हरि विष्णु सर्वव्यापी भगवान मुझे अपनी शरण में लें।
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण
सब सुखी व स्वस्थ रहें
विक्रम संवत 2081
संवत्सर नाम -: कालयुक्त
संवत्सर राजा-: मंगल
संवत्सर मंत्री-: शनि
सूर्य दक्षिणायन, ऋतु-: हेमंत
सूर्य उदय : प्रातः 6/47
सूर्य अस्त : सायं 5/24
कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि चतुर्दशी तिथि का क्षय
अंग्रेजी दिनांक-: 14/11/2024
दिन-: गुरुवार
चंद्रमा-: मेष राशि में
राशि स्वामी-: मंगल
आज का नक्षत्र-: अश्विनी
नक्षत्र स्वामी – : केतू
️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश:
प्रात: 8/31 से अश्विनी नक्षत्र चरण 2 में
दोपहर 1/52 से अश्विनी नक्षत्र चरण 3 में
सायं 7/13 से अश्विनी नक्षत्र चरण 4 में
योग -: प्रात: 11/30 तक सिद्ध उसके बाद व्याघात
गन्डमूल रात्रि 12/33 तक, वैकुण्ठ चतुर्दशी -:
इस दिन जो व्यक्ति भगवान शिव और विष्णु की पूजा पूरे विधि विधान से करते हैं उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। उस व्यक्ति के जीवन के सभी दुख दूर होते हैं।
शुभ दिशा-: पूर्व, उत्तर, पूर्व-उत्तर
दिशा शूल -: दक्षिण दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर दही खाकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
सूर्य -: तुला चित्रा विशाखा नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
मंगल -: कर्क राशि पुष्य नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
बुद्ध (मार्गी,अस्त) -: वृश्चिक राशि ज्येष्ठा नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी बुद्ध)
गुरु वक्री -: वृष राशि मृगशिरा नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी मंगल)
शुक्र -: धनु राशि मूल नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी केतु)
शनि (वक्री)-: कुंभ राशि शतभिषा नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी राहु)
राहु-: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
केतु-: कन्या राशि उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य)
राहु काल -: दोपहर 1/26 से 2/46 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
दैनिक लग्न सारणी -:
प्रात: 6/56 तक तुला
9/14 तक वृश्चिक
11/28 तक धनु
दोपहर 1/01 तक मकर
2/29 तक कुम्भ
3/53 तक मीन
सायं 5/29 तक मेष
7/24 तक वृष
रात्रि 9/38 तक मिथुन
11/59 तक कर्क
2/17 तक सिंह
4/33 तक कन्या
जय जय श्री राधे