आलोक वर्मा, जौनपुर ब्यूरो,
सांसद सीमा दिवेदी ने जनता को दी सौगात, लोगों को कराया भय मुक्त
कई कालोनियों को नियमित कराने के लिए मुख्यमंत्री से मिलकर कराया आदेश
जौनपुर। झील और ग्रीन एरिया में बने अब किसी के दुकानों और मकानों पर प्रशासन का बुलडोजर नही चलेगा। इन भवनों की तरफ पीले पंजे का मुह मोड़ने का काम राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी ने किया है। सीमा ने बुधवार को कलेक्टेªट परिसर स्थित पत्रकार भवन में एक प्रेस कॉन्फ्रेस में जानकारी देते हुए बतायी कि मैने खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करके झील और ग्रीन एरिया की जमीनी हकीकत बतायी तो उन्होने तत्काल अधिकारियों को निष्पक्ष कार्रवाई का आदेश दिया था जिसके कारण आज हजारों लोगों पर मडरा रहा संकट समाप्त हो गया।
मालूम हो कि नगर के जेसिज चौराहे से लेकर वाजिदपुर तिराहा तक का एरिया मास्टर प्लान में झील के रूप में दर्ज है, चांदमारी समेत आधा दर्जन इलाके ग्रीन एरिया है। लेकिन इन जमीनों पर मालिका का नाम दर्ज है। जमीनदारों से भूमि खरीदकर लोग दुकान, मकान, अस्पताल और व्यवसायिक भवन का निर्माण करवाया है लेकिन मास्टर प्लान से किसी का नक्सा नही पास किया गया। जिसके कारण हमेशा सरकारी नोटिसें भवन स्वामियों के पास आती रहती है। कईयों के इमारतों को ध्वस्त करने का आदेश भी जारी किया गया है। इन भवन स्वामियों का हमेशा मानसिक और आर्थिक उत्पीड़न भी होता रहता है। अपनी इस विकराल समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रभावित लोग शासन प्रशासन से गुहार लगाते रहे लेकिन कोई राहत नही मिली।
राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी ने पत्रकारों को बतायी कि कुछ लोग मेरे घर पर आकर अपनी समस्या बतायी हलांकि इनकी समस्या को मैं पहले से जानती थी। दूसरे दिन हम अपने पूरे कुनबे के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात की उसके बाद मैने इन लोगों की समस्या मुख्यमंत्री के सामने रखी। मुख्यमंत्री ने तत्काल अधिकारियों को आदेश दिया। जिसका परिणाम है कि आज ग्रीन और झील एरिया को खत्म कर दिया गया। अब किसी का दुकान, मकान नही गिराया जायेगा बल्की सबका नक्सा पास होगा मकान दुकान सब बनेगा।
हलांकि उन्होने यह भी खुले दिल से स्वीकार किया कि ऐसा नही है कि हमारे से पहले किसी नेता ने नही प्रयास किया होगा हो सकता है मंत्री गिरीश यादव भी प्रयास किये होगें लेकिन यह कार्य मेरे हाथों होना लिखा था इस लिए आज जनता की समस्या का समाधान हो गया।