राज्य सरकार ने प्रवासियों के हुनर का फायदा लेकर यूपी के अर्थतंत्र को मजबूत करने की दिशा में काम शुरू करा दिया है। उनकी विशेषज्ञता के आधार पर उत्पादों को बढ़ावा देने का काम किया जाएगा। इसीलिए गैर राज्यों से लौटे श्रमिकों और मजदूरों का पूरा ब्योरा तैयार कराया जा रहा है।
एक रजिस्टर बनाकर इसमें दर्ज किया जा रहा है कि कौन प्रवासी क्या काम कर सकता है और उसकी विशेषज्ञता क्या है? इसके आधार पर उसे यूपी में ही रोजगार देने का काम शुरू होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यह काम राजस्व विभाग करा रहा है। राहत आयुक्त की देखरेख में अब तक ऐसे करीब 1 लाख 91 हजार प्रवासियों का ब्योरा तैयार किया जा चुका है।
सरकार का मानना है कि लॉकडाउन में लौटने वाले प्रवासियों में बहुत ऐसे हैं जो काफी हुनरमंद हैं। गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा व दिल्ली से लौटे अधिकतर प्रवासी किसी न किसी फैक्ट्री में काम करते रहे हैं। ऐसे श्रमिकों का इस्तेमाल ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना में बनने वाले सामानों के उत्पादन में भी किया जा सकता है।