आकाश आनंद पर एफआईआर दर्ज होने के बाद बसपा ने अपनी कई सभायें रद्द कर दी थी और बसपा ने अपने कई उम्मीदवार बदल दिया।
अफवाह फैलाई जा रही है कि धनंजय सिंह डर गये, धनंजय सिंह 2002 में निर्दल विधायक का चुनाव लड़े थे और जीते थे मायावती की सरकार बनी उनका विरोध किये राजा भईया के साथ महीनों जेल में बन्द रहे लेकिन नहीं झुके उसी बीच में माताजी का निधन हो गया लेकिन नहीं झुके। समाजवादी पार्टी की सरकार थी 2004 में लोजपा से सांसद का चुनाव लड़े थे और हार गए।
2012 में सांसद थे मायावती की सरकार थी अमर सिंह जी बीमार थे उनसे मिलने गये मायावती नाराज हो गई दर्जन भर मुकदमे दर्ज कराया और जेल में बन्द कर दिया लेकिन नहीं झुके। जेल में ही बन्द थे पत्नी को निर्दल विधानसभा सभा का चुनाव लड़ाया न डरे न झुके।
2020 का उपचुनाव लड़े राज्य में भाजपा की सरकार थी नही झुके भाजपा की जमानत जब्त हुई। 2022 का विधानसभा चुनाव निर्दल लड़े भाजपा की जमानत फिर जब्त हुई।
2023 में पत्नी श्रीकला सिंह को निर्दल जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ाया और जीते। इस बार के लोकसभा चुनाव में खुद लड़ने की तैयारी शुरू थी एक मामले में सजा सुनाई गई तो पत्नी श्रीकला सिंह को चुनाव लड़ा रहे थे लेकिन बसपा ने एन मौके पर टिकट काट दिया।
आप किसका विश्वास करेंगे किताब खुली हुई है बसपा के नेताओं का विश्वास करेंगे या धनंजय सिंह का।