ब्यूरो,
जेल में पत्नी से छिपकर मिलना अब्बास को पड़ रहा भारी, जमानत देने से हाईकोर्ट का इनकार
मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी फिलहाल जेल में ही रहेंगे। हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने चित्रकूट जेल में पत्नी निखहत से छिपकर मिलने के मामले में अब्बास अंसारी को जमानत देने से इनकार करते हुए उनकी याचिका खारिज कर दी है। यह आदेश न्यायमूर्ति जसप्रीत सिंह की एकल पीठ ने बुधवार को पारित है। इसके पूर्व न्यायालय ने अब्बास अंसारी और राज्य सरकार के अधिवक्ताओं की बहस सुनने के बाद 24 अप्रैल को मामले में अपना निर्णय सुरक्षित कर लिया था। इस मामले में अब्बास के साथ चित्रकूट जेल के अधिकारी व अब्बास की पत्नी निखहत बानो को भी अभियुक्त बनाया गया था। निखहत फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जमानत पर बाहर हैं। पिछले महीने मुख्तार अंसारी के निधन के बाद उनकी कब्र पर फातिहा के लिए अब्बास अंसारी को कोर्ट ने तीन दिन की पेरोल दी थी।
उस समय मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी ने दावा किया था कि जल्द ही अब्बास जमानत पर जेल से बाहर होंगे। उनके खिलाफ अब दो तीन मामूली मामलों में ही केस हैं। आज याचिका खारिज होने से परिवार को बड़ा झटका लगा है। अफजाल अंसारी इस बार भी गाजीपुर सीट से मैदान में उतरे हुए हैं। अब्बास के बाहर होने से उनके प्रचार में तेजी आने की उम्मीद थी। फिलहाल अफजाल अंसारी के लिए पहली बार उनकी बेटी नुसरत प्रचार अभियान में जुटी हैं।
अब्बास अंसारी फिलहाल कासगंज जेल में बंद हैं। इससे पहले वह चित्रकूट जेल में थे। इस दौरान पिछले साल 11 फरवरी को जिला प्रशासन की छापेमारी में निखहत को जेल के अंदर अब्बास अंसारी के साथ पकड़ा गया था। निखहत जेलर के कमरे में पति अब्बास से मुलाकात कर रही थीं। इसी दौरान SP और डीएम पहुंच गए थे।
अब्बास को छापे से थोड़ी देर पहले ही जेलकर्मियों ने कमरे से निकाल दिया था। जिस कमरे से निखहत पकड़ी गई थी उसमें बाहर से ताला लगा था। निखहत के पास से तब विदेशी करेंसी और मोबाइल फोन भी बरामद किया गया था। बाद मे खुलासा हुआ कि कई महीनों से निखहत इसी तरह जेल मे अब्बास से मिलने आती थी और अवैध रूप से उसके साथ काफी देर तक रहती थीं।
जांच में पता चला कि जेल अधीक्षक अशोक सागर जेलर संतोष कुमार और वार्डन जगमोहन ने निखत और अब्बास को मिलाने के नाम पर पैसे और कई तरह के गिफ्ट लिए। निखत-अब्बास की मुलाकात कराने में डिप्टी जेलर चंद्रकला का भी हाथ था। इनके पास घूस के 5 लाख 80 हजार रुपए, 2 मोबाइल फोन, एक KIA गाड़ी बरामद हुई। सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। पता चला था कि जेल की कैंटीन के ठेकेदार नवनीत सचान ने निखहत की साठगांठ जेल अधिकारियों ने कराई थी।