ब्यूरो,
चुनाव आयोग के निर्देश के बाद पश्चिम बंगाल के डीजीपी राजीव कुमार को हटाकर नए डीजीपी विवेक सहाय की नियुक्ति की गई है। इसके बाद अजब संयोग यह बना है कि दो राज्यों में दो भाई डीजीपी बन गए हैं। दरअसल गुजरात के मौजूदा डीजीपी विकास सहाय और पश्चिम बंगाल के डीजीपी विवेक सहाय भाई-भाई हैं। वहीं सबसे छोटे भाई विक्रम सहाय आईआरएस ऑफिसर हैं और आयकर विभाग दिल्ली में तैनात हैं। विवेक सहाय 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वहीं गुजरात के डीजीपी विकास सहाय 1989 बैच के अधिकारी हैं।
विकास सहाय ने ही बताया, हम तीनों ही सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे थे। दो भाई आईपीएस हो गए। वहीं एक भाई आईआरएस अधिकारी बन गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात के डीजीपी ने कहा कि जब दोनों भाई मिलते हैं तो अपनी सर्विस को लेकर चर्चा करते हैं। विवेक सहाय इससे पहले पश्चिम बंगाल में डायरेक्टर जनरल होमगार्ड थे। दोनों ही डीजीपी बिहार के रहने वाले हैं। विवेक सहाय मई 2024 में ही रिटायर होने जा रहे हैं। सोमवार को चुनाव आयोग ने 6 राज्यों के गृह सचिवों और पश्चिम बंगाल के डीजीपी राजीव कुमार को हटाने का आदेश दिया था। पहले भी राजीव कुमार पर ममता बनर्जी सरकार का पक्ष लेने के आरोप लगे थे। ऐसे में चुनाव आयोग ने कहा था कि चुनाव को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। चुनाव आयोग ने ममता सरकार से तीन नाम मांगे थे। इनमें विवेक सहाय का नाम सबसे ऊपर था। ऐसे में उनकी डीजीपी के पद पर तत्काल नियुक्ति कर दी गई और राजीव कुमार को आईटी डिपार्टमेंट का सचिव बना दिया गया।
विकास सहाय 1999 में आनंद जिले के एसपी बने थे। इसेक बाद 2001 में अहमदाबाद ग्रामीण में एसपी के पद पर तैनात हुए। गोधरा कांड के दौरान भी वह घायल हो गए थे। उस व्कत उन्हें अहमदाबाद में डीसीपी के पद पर तैनात कियागया था। इसके बाद 2004 में अहमदाबाद में ही ट्रैफिक डीसीपी और 2005 में अडिशनल ट्रैफिक सीपी बनाया गया। वह सूरत में एडिशनल सीपी के पद पर नियुक्त हुए। इसके अलावा सीआईडी के आईजी भी रहे।