सुनील शेट्टी और अनिल कपूर का झगड़ा..

आलोक वर्मा, जौनपुर ब्यूरो,

सुनील शेट्टी और अनिल कपूर का झगड़ा..
.हालांकि उनकी पहली फ़िल्म एक और फौलाद होने वाली थी लेकिन वो बन नहीं पाई और बलवान पहले बन कर रिलीस हुई थी लेकिन जैसे सी भी नए ऐक्टर की जब पहली फ़िल्म रिलीस होती है तो कुछ ना कुछ कंट्रोवरसी उसके साथ ज़रूर जुड़ती है जिसे वो ऐक्टर ता उम्र ढोता चला जाता है कुछ ऐसा ही सुनील शेट्टी के साथ भी हुआ था दरअसल जब सुनील शेट्टी की पहली फ़िल्म बलवान रिलीस हुई और हिट साबित हुई तो तो उस वख्त फिल्मों में स्ट्रगल कर रहे दीपक तिजोरी ने उन पर गंभीर इल्ज़ाम लगते हुए ये दावा किया था के ये फ़िल्म पहले उन्हें आफर हुई थी बलवान फ़िल्म में लीड किरदार पहले वो निभाने वाले थे। लेकिन सुनील शेट्टी ने अपने संबंधों के चलते उन्हें फ़िल्म से बाहर निकलवा दिया और खुद फ़िल्म में बतौर लीड किरदार काम करने लगे..दीपक ने सुनील शेट्टी पर इल्ज़ाम लगते हुए यहाँ तक कह दिया था के सुनील शेट्टी उस वख्त भी फिल्मों में पैसे लगाते थे जिसकी वजह से उन्हें ये किरदार दे दिया गया।
अब दीपक की बातें सुनने वालों में सुनील शेट्टी भी शामिल थे और उन्हें ऐसी बातें अपने खिलाफ सुनकर बहुत दुःख हुआ था और उन्होंने ऐसी बातों को बेबुनियाद भी बताया था। लेकिनसुनील शेट्टी ने जवाब देते हुए ये कह दिया के जो भी ऐसा बोलते है वो पीठ पीछे नहीं मेरे सामने आकर बात करें.. ये सुनकर फिर दीपक ने आगे जवाब में कहा के उनके पास मसल्स है और वो जानते हैं कि उनका इस्तेमाल कहाँ करना है।
और जब सुनील शेट्टी ने दीपक की ये बातें सुनी तो सुनील ने दीपक का मजाक उड़ाते हुए कहा था के क्या कहा के तुम्हारे पास मसल्स हैं? अगर तुम्हारे पास मसल्स हैं तो उन्हें कहाँ पर छुपा कर रखा है.. अपनी तिजोरी में.. सुनील ने ये कटाक्ष इस लिए दिया था क्योंके दीपक का पूरा नाम दीपक तिजोरी था..
ये विवाद अभी सुलझा भी नहीं था तो फ़िल्म की रिलीस के बाद सुनील शेट्टी की बहस अनिल कपूर से भी हो गई दरअसल अनिल कपूर की रूप की रानी और चोरों का राजा 16 अप्रैल 1993 को रिलीस होने वाली थी और बोनी कपूर, अपने भाई अनिल कपूर की कुछ फोटोज निकलवाने के लिए जीपी सिंघल के स्टूडियो पहुंचे। चूंकि जीपी सिंघल सुनील शेट्टी के अच्छे दोस्त थे तो उन्होंने अपने दोस्त की बलवान फ़िल्म रिलीस होने से पहले अपने स्टूडियो में बहुत बड़े बड़े होल्डिंग्स और पोस्टर्स लगवाय हुए थे तो जब बोनी कपूर और अनिल कपूर स्टूडियो में एंटर हुए तो सुनील शेट्टी के पोस्टर्स देख कर उनके मुह से निकल गया था के ऐसा लगता है के आज कल कोई भी हीरो बन रहा है कोई भी लोकल बॉडी बिल्डर आजकल फिल्मों में आ रहा है ऐसी बातें कहाँ छुपी रहती है..और जल्दी ही अनिल कपूर की ये कही हुई बात सुनील शेट्टी तक भी पहुंच गई उस वख्त तो सुनील शेट्टी ने अनिल कपूर को बतौर सीनियर ऐक्टर होने की वजह से कुछ जवाब नहीं दिया लेकिन कुछ बातें दिल मे चूब जाती हैं और कभी न कभी तो वो बाहर आती ही है.. और काफी दिनों बाद सुनील शेट्टी ने अनिल कपूर की उस बात पर अपना रिएक्शन दिया था..सुनील शेट्टी ने कहा था के उस वख्त अनिल कपूर की क्या समस्या है मुझे नहीं पता और फिर अनिल ने अपनी सफाई देते हुए सुनील शेट्टी से कहा था के मेरे द्वारा दिए गए कमेंट को सुनील शेट्टी को बहुत गलत तरीके से बताया गया था..और उनका सुनील शेट्टी को दुख पगुनचाने का कोई भी इरादा नहीं था।
इन सब बातों के बाद सुनील शेट्टी काफी परेशान हो गए थे और उन्हें पता नहीं चल रहा था के कौन क्या किस वख्त किसके लिए क्या कह रहा है कुछ पता नहीं चलता।
तो उस वख्त सुनील शेट्टी ने एक डिसीज़न लिया के अब वो अपने खिलाफ हो रही बातों पर चुप नहीं बैठेंगे और अगर अब किसी ने भी उनके साथ बदतमीजी की तो वो खुद उसका जवाब देंगे।
फिर कुछ समय बाद अनिल कपूर ने भी सुनील शेट्टी पर इल्ज़ाम लगाए
दरअसल अनिल कपूर की फ़िल्म रूप की रानी और चोरों का राजा तो फ्लॉप हो गई थी लेकिन उसके कुछ सालों बाद जब अनिल कपूर की लाडला फ़िल्म रिलीस हो गई थी तो अनिल कपूर की इस फ़िल्म को भी फ्लॉप बताया जा रहा था जबके वो एक हिट फिल्म थी.. तो अनिल कपूर ने ऐसे बयानों का ठीकरा सुनील शेट्टी के सर फोड़ते हुए कहा था के सुनील शेट्टी कुछ पत्रकारों के साथ अपनी दोस्ती का फायदा उठाकर ये गलत काम कर रहे हैं और ऐसी गलत अफवाहें फैला रहे है।
इन दोनों में शब्दी तकरार इतना आगे बढ़ी के पूरे 90 के दौर में इन दोनों ने एक साथ किसी भी फ़िल्म में काम नहीं किया . फिर एक समय आया जब सुनील शेट्टी एक बड़ा नाम बन गया था और बड़े आदमी से कौन बिगड़ना चाहता है कौन बड़े आदमी के खिलाफ बोलता है। इंसान जब बड़ा बन जाता है तो हालात वैसे ही उसके पक्ष में भुगतने लगते हैं।
फिर कुछ सालों बाद हालात बदले और कुछ ये दोनों भी प्रैक्टिकल बन गए और आहिस्ता आहिस्ता पार्टीज में मिलने के बाद दोनों के मन मुटाव भी खत्म होते चले गए और फिर कुछ सालों बाद साल 2005 में फ़िल्म चॉकलेट में, साल 2006 में डरना ज़रूरी है, और 2010 में आई फ़िल्म नो प्रॉब्लम में ये दोनों एक साथ दिखाई दिए।

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