आलोक वर्मा, जौनपुर ब्यूरो,
सांसद, विधायक, मंत्रीगण डोभी क्षेत्र में आएं तो हेलीकॉप्टर का करें प्रयोग
किसानों ने 21 फरवरी को धरना देने के लिये प्रशासन को सौंपा है मांग पत्र
चन्दवक, जौनपुर। मुआवजे की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्षरत किसानों के सब्र का बांध अब टूटता हुआ दिखलाई देने लगा है। ऊपर से क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों का उपेक्षात्मक रूख किसानों को और भी उग्र बना रहा है। आक्रोशित किसानों ने सांसद-विधायक, मंत्री सहित जनप्रतिनिधियों को सावधान करते हुए चेताया है कि डोभी में आने-जाने के लिए हेलिकॉप्टर का प्रयोग करें। साथ ही मुडैला से लेकर कनौरा तक लगभग 5 सौ खम्भों पर रोड नहीं तो टोल नहीं व अजीत सिंह की है यही ललकार उचित मुआवजा दे सरकार जैसे कई श्लोगन लिखा गया है।
सवाल है कि किसानों को आखिर ऐसा ऐलान क्यों करना पड़ा? सड़क मार्ग के बजाय हेलिकॉप्टर से आने-जाने का सुझाव का श्लोगन लिखवाया जो पूरे क्षेत्र में न केवल चर्चा का विषय बना हुआ है, बल्कि किसानों के समर्थन में आम जनमानस भी एकजुट और आक्रोशित होने लगा है। दरअसल डोभी क्षेत्र के किसानों को एनएचआई की घोर लापरवाही मनमानी ही नहीं, बल्कि तानाशाही का दंड भुगतना पड़ रहा है। क्षेत्र के लगभग 4 हजार किसानों की भूमि अधिग्रहण कर मुआवजा देना तो दूर रहा है। उल्टे किसानों को ही नोटिस पकड़ाकर सरकार के प्रति आक्रोश पैदा कराने का काम एनएचआई के अधिकारियों ने किया है जिस पर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता और चुप्पी भी घोर आश्चर्य का विषय बना हुआ है। मुआवजा न मिलने से व्यथित किसानों की मानें तो अधूरी सड़क की वज़ह से यह दुर्घटना संभावित क्षेत्र का रूप ले लिया है जहां आये दिन दुर्घटनाएं हुआ करती हैं। किसानों द्वारा अंकित कराये गए श्लोगन में स्पष्ट लिखा हुआ है कि आपकी नजर में जनता की जान की कीमत भले ही न हो परन्तु जनता आपके जान की कीमत को बखूबी समझती है। सो डोभी क्षेत्र में आए तो हेलीकॉप्टर से ही आएं।
बताते चलें कि डोभी क्षेत्र के लगभग 4 हजार की संख्या में किसान, ग्रामीण एनएचआई के अधिकारियों की घोर लापरवाही मनमानी का खामियाजा भुगतने को विवश हैं जिन्हें उनकी भूमि का मुआवजा मिलना तो दूर रहा है, उन्हें उल्टे नोटिस पकड़ाकर उनका आर्थिक, मानसिक, सामाजिक शोषण और उत्पीड़न किया जा रहा है। इससे किसान आंदोलित होने के साथ जनप्रतिनिधियों से भी खासा नाराज हैं। किसान नेता अजीत सिंह डोभी ने बताया कि इस बार आंदोलन उग्र होगा। अभी तो सिर्फ जनप्रतिनिधियों को सावधान किया गया है कि वह डोभी क्षेत्र में आएं तो हेलीकॉप्टर से ही आये। वह इसलिए की वह क्षेत्र की समस्या भी चेते। उन्होंने कहा कि आने वाले 21 फरवरी को क्षेत्र के सभी किसान बलरमगंज में बने टोल प्लाजा पर पहुंच शांतिप्रिय धरना देने के लिए वाराणसी जिला प्रशासन को पत्रक सौंप अनुमति मांगी गई है।