पार्टी के विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि पार्टी के इस निर्णय के बाद पीएम राजस्थान में 7 सभाएं कर चुके हैं। आगे की तैयारियों को लेकर अब वे प्रदेश के दोनों सदनों के सांसदों के साथ 8 अगस्त को बैठक करने जा रहे हैं। आने वाले दिनों में कुछ वरिष्ठ विधायक और संगठन से जुड़े लोगों के साथ भी पीएम मोदी बैठक करेंगे और फीडबैक लेंगे। विधायकों की बैठक 25-26 अगस्त के आसपास हो सकती है।
पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि आमतौर पर पीएम विधानसभा चुनाव में सक्रिय तौर पर प्रचार तो करते है, लेकिन चुनावी रणनीति पर सीधी निगरानी नहीं रखते हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश के प्रभारी, चुनाव प्रभारी और प्रदेशाध्यक्ष के जरिए ही रणनीति बनाई जाती है। लेकिन इस बार पार्टी कार्यकर्ता और संगठन को संदेश देना चाहती है कि पीएम भी संगठन के एक कार्यकर्ता की तरह ही होते हैं।
इसलिए पीएम बढ़ा रहे हैं राजस्थान में फोकस
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- राजस्थान में वसुंधरा राजे समेत चार बड़े केंद्रीय मंत्री, स्थानीय दिग्गज नेताओं को सीएम पद की दौड़ में माना जाता है। कांग्रेस पार्टी कई बार इसे लेकर भाजपा पर हमला बोलती है। बड़े नेताओं के बीच खींचतान खत्म करने के लिए पीएम मोदी स्वयं मोर्चा संभाल रहे हैं। पीएम के चेहरे और केंद्र की योजनाओं और रणनीति पर चुनाव लड़ा जाएगा।
- हिंदी पट्टी के राज्यों में राजस्थान अकेला ही ऐसा राज्य जहां भाजपा ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में सभी 25 सीटों पर कब्जा किया था। पार्टी 2024 के चुनावों में यह रिकॉर्ड कायम रखना चाहती है।
- सीएम गहलोत-पायलट विवाद और राज्य में सत्ता पलटने के रिवाज को देखते हुए पार्टी को उम्मीद है कि इस बार वह राज्य की सत्ता पर काबिज हो सकती है। इसलिए पीएम मोदी समेत भाजपा के दिग्गज नेता की राज्य में ताबड़तोड़ रैलियां हो रही हैं।
- – राजस्थान के राजनीतिक इतिहास में यह पहला मौका होगा, जब भाजपा पीएम के चेहरे और केंद्र की योजनाओं के आधार पर विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
आने वाले दिनों में 3 दौरे करेंगे पीएम
राजस्थान भाजपा के नेताओं के मुताबिक, संसद के मानसूत्र सत्र के खत्म होने के बाद प्रदेश में पीएम के तीन दौरे और हो सकते हैं। पीएम अगस्त में तीन स्थानों पर सभा या दौरे कर सकते हैं। इनमें एक स्थान खरनाल (नागौर) होगा, जहां वे वीर तेजाजी महाराज के मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद उनकी दो सभा कोटा (हाड़ौती) और भरतपुर (ब्रज-मेवात) या जोधपुर (मारवाड़) संभाग में से किसी एक जगह पर हो सकती है। पीएम मोदी नवंबर 2022 से अब तक राजस्थान में बांसवाड़ा (वागड़), सिरोही (गोडवाड़), अजमेर-पुष्कर (मेरवाड़ा), भीलवाड़ा (मेवाड़), दौसा (ढूंढाड़), बीकानेर (मारवाड़), सीकर (शेखावाटी) में आ चुके हैं।
जल्द तीन जगह से निकलेंगी रैलियां
राजस्थान में भाजपा तीन बड़े धार्मिक स्थलों से जनसमर्थन रैलियां निकालने वाली है। इन रैलियों का नेतृत्व कौन करेगा यह भी तय नहीं हुआ है। ये रैलियां रणथंभौर (सवाईमाधोपुर) स्थित भगवान त्रिनेत्र गणेशजी, लोकदेवता गोगाजी की गोगामेड़ी स्थली (हनुमानगढ़) और आदिवासियों के तीर्थस्थल बेणेश्वर धाम (डूंगरपुर) से निकाली जाएंगी। इन रैलियों के नेतृत्व के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी और राज्य सभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा आदि के नामों पर विचार किया जा रहा है।
पीएम ने खुद ट्वीट कर सचिवालय घेराव का किया था आह्वान
भाजपा ने एक अगस्त को जयपुर के सचिवालय के घेराव का कार्यक्रम तय किया था। लेकिन ऐसा पहली बार हुआ जब किसी प्रदेश भाजपा के किसी आंदोलन के लिए स्वयं पीएम मोदी ने ट्वीट किया हो। ट्वीट करके मोदी ने लिखा, “बेटियों के मान में चलो…गरीबों के उत्थान में चलो…दलित सम्मान में चलो…किसान का दर्द भी सुनो..हुंकार भरो।” हालांकि इससे पहले भी प्रदेश भाजपा ने कई बार आंदोलन किए और विधानसभा का घेराव किया, लेकिन जयपुर प्रदर्शन के लिए पहली बार पीएम मोदी के निजी अकाउंट से ट्वीट कर आह्वान किया गया।