ऑस्ट्रेलिया में बोले पीएम मोदी- भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी; क्रिकेट और मास्टरशेफ हमें जोड़ते हैं

पीएम मोदी ने कहा कि ‘पिछले साल जब महान शेन वॉर्न का निधन हुआ तो ऑस्ट्रेलिया के साथ कोटि-कोटि भारतीयों ने भी शोक मनाया। यह ऐसा था जैसे हमने अपना कोई खो दिया है

नेटवर्क ब्यूरो

पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि ‘ऑस्ट्रेलिया के लोग इतने विशाल दिल वाले हैं। इतने सच्चे और अच्छे हैं कि भारत की इस विविधता को खुले दिल से स्वीकारते हैं। यही वजह है कि परमाता शहर में परमात्मा चौक बन जाता है। विग्रम स्ट्रीट भी विक्रम स्ट्रीट के तौर पर मशहूर हो जाती है और हैरिस पार्क क लोगों के लिए हरीश पार्क हो जाता है। हैरिस पार्क में जयपुर स्वीट्स की जलेबी, चाट, इसका तो कोई जवाब नहीं है। आप लोग मेरे मित्र अल्बानीज को भी कभी वहां ले जाइएगा। जब खाने की बात चली है, तो लखनऊ का नाम आना भी स्वाभाविक ही है। मैंने सुना है कि सिडनी में लखनऊ नाम की जगह है। मुझे पता नहीं वहां चाट मिलती है या नहीं। ऑस्ट्रेलिया में भारतीय नामों वाली कितनी ही गलियां आपको भारत से जोड़ती हैं। मुझे बताया गया कि अब तो ग्रेटर सिडनी में इंडिया परेड शुरू होने जा रही है।’

‘क्रिकेट और मास्टर शेफ हमें जोड़ते हैं’
‘हमारे क्रिकेट के रिश्तों को भी 75 वर्ष पूरे हो गए हैं। क्रिकेट के मैदान पर हमारा मुकाबला जितना कड़ा होता है, उतनी ही गहरी हमारी दोस्ती है। इस बार तो ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेटर भी भारत में आईपीएल खेलने आई हैं। ऐसा नहीं है कि हम सिर्फ सुख के ही साथी हैं। अच्छा दोस्त सुख का तो साथी होता है, दुख का भी साथी होता है। पिछले साल जब महान शेन वॉर्न का निधन हुआ तो ऑस्ट्रेलिया के साथ कोटि-कोटि भारतीयों ने भी शोक मनाया। यह ऐसा था जैसे हमने अपना कोई खो दिया है। साथियों आप सभी यहां ऑस्ट्रेलिया में हैं। यहां विकास को देख रहे हैं। आप सभी का एक सपना रहा है कि हमारा भारत भी विकसित राष्ट्र बने। यह हमारे सभी साथियों का भी सपना है। भारत के पास सामर्थ्य की कमी नहीं है। संसाधनों की कमी भी नहीं है। आज दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे युवा टैलेंट फैक्ट्री, जिस देश में है, वह है भारत।’

ब्रिस्बेन में खोला जाएगा भारत का कॉन्सुलेट
पीएम मोदी ने कहा कि ‘पहले ऑस्ट्रेलिया के संबंध कॉमनवेल्थ, क्रिकेट और करी से डिफाइन किए जाते थे। इसके बाद हमारे संबंध डेमोक्रेसी, डायस्पोरा और दोस्ती से डिफाइन किए गए और अब हमारे संबंध एनर्जी, इकॉनोमी और एजुकेशन से डिफाइन किए जाते हैं लेकिन हमारे संबंध इससे कहीं ज्यादा हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिस्बेन में भारत का नया कॉन्सुलेट खोला जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि इसकी मांग काफी समय से की जा रही थी, जिसके बाद यह फैसला किया गया है।

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