ब्यूरो,
लखनऊ
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. बीते दिन यूपी सरकार ने उनकी सुरक्षा में कटौती कर दी थी. अब शिवपाल यादव को दूसरा झटका लग सकता है. शिवपाल यादव को लाल बहादुर शास्त्री मार्ग पर मिले बंगले के आवंटन पर भी संकट मंडराने लगा है.
आवास से ही प्रसपा का कार्यालय संचालित
यूपी सरकार ने उन्हें यह सरकारी आवास विधायक आवास के रूप में आवंटित किया है. आवास के साथ ही यहां प्रसपा का कार्यालय भी संचालित होता है, जबकि विधायक को सिर्फ बंगले में रहने के लिए अनुमति होती है. नियम के अनुसार, उनके इस आवास के आवंटन पर कभी भी संकट गहरा सकता है. उधर, प्रसपा के कई पदाधिकारियों को सुरक्षा मुहैया करवाई गई है. ऐसे में शिवपाल के बाद उन सभी की सुरक्षा की समीक्षा की जा रही है. जल्द उनकी भी सुरक्षा हटाए जाने से जुड़े आदेश जारी हो सकते हैं.
शिवपाल समेत दो आला अधिकारियों की भूमिका की पड़ताल शुरू
इससे पहले यूपी सरकार ने शिवपाल यादव की सुरक्षा में कटौती करते हुए उन्हें झटका दिया था. बता दें कि सीबीआई ने गोमती रिवर फ्रंट घोटाले मामले में पूछताछ के लिए इजाजत मांगी है. गोमती रिवर फ्रंट घोटाले में तत्कालीन सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव और दो आला अफसरों की भूमिका की पड़ताल सीबीआई ने शुरू कर दी है. सीबीआई ने उनसे आगे की जांच के लिए पूछताछ की अनुमति मांगी है. इसलिए शासन ने निर्णय लेने के लिए सिंचाई विभाग से संबंधित रिकॉर्ड तलब किया है.