ब्यूरो,
अक्तूबर में दिवाली व छठ पूजा में ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ उमड़ेगी। रेल प्रवक्ता का कहना है कि रेगुलर ट्रेनों पर भीड़ का दबाव घटाने को रेलवे ने दो स्पेशल ट्रेनें चलाएगा। शुरुआत 21 अक्तूबर से होगी।
अक्तूबर में दिवाली व छठ पूजा में ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ उमड़ेगी। रेल प्रवक्ता का कहना है कि रेगुलर ट्रेनों पर भीड़ का दबाव घटाने को रेलवे ने दो और स्पेशल ट्रेनें चलाएगा। इसकी शुरुआत 21 अक्तूबर से होगी। सात फेरे वाली ट्रेनें सप्ताह में दो दिन चलेगी। दिवाली में एक महीना बाकी है पर ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। बिहार व पूर्वांचल जाने वाली कई ट्रेनों में नो रुम के हालात बन गए हैं।
राप्ती गंगा के स्लीपर में वेटिंग लिस्ट चार सौ के पार है, जबकि अवध आसाम, मुजफ्फरपुर सप्तक्रांति में भी वेटिंग लिस्ट तीन सौ से ऊपर उछाल लेनी लगी है। रेलगाड़ियों में मारामारी के हालात छठ पूजा के बाद तक रहने के आसार है।सहरसा-अंबाला (05521-22) ट्रेन 21 अक्तूबर से चलेगी। जबकि अंबाला से ट्रेन 22 अक्तूबर को चलेगी। ट्रेन अपना सफर 27 घंटे में पूरा करेगी। ट्रेन बिहार के विभिन्न स्टेशनों से होते हुए गोरखपुर से होकर सीतापुर से मुरादाबाद होकर जाएंगी। ट्रेन 11 नवंबर तक चलेगी। इसी तरह दरभंगा से आनंद विहार के लिए ट्रेन(05527-28) गुरुवार व रविवार को चलेगी। 23 अक्तूबर से चलने वाली बाई वीकली ट्रेन 13 नवंबर तक चलेगी। ट्रेन मुरादाबाद व गाजियाबाद में रुकेगी। जबकि तीसरी ट्रेन पटना से आनंद विहार चलेगी। प्रयागराज, कानपुर सेंट्रल होकर ट्रेन होकर जाएंगी।
चार सौ की वेटिंग लिस्ट के बाद नो रुम के हालात बनने लगे है। ट्रेनों में रश दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस से बढ़नी शुरू हो जाएगा। 22 अक्तूबर को गोरखपुर, मुजफ्फरपुर, वाराणसी, डिब्रूगढ़ व आसाम की ओर जाने वाली तमाम गाड़ियां पैक है। ट्रेनों में भीड़ का सिलसिला तीन व चार नवंबर तक चलेगा। देहरादून से मुजफ्फरपुर जाने वाली राप्ती गंगा में 22 अक्तूबर को स्लीपर कोच में चार सौ की वेटिंग है।