ब्यूरो,
पंजाब पुलिस ने सोमवार को तीन सदस्यीय एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जिसकी सभी सदस्य महिला हैं.
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के MMS वायरल मामले में हर दिन कई नए खुलासे हो रहे हैं. मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. इससे पहले पंजाब पुलिस ने सोमवार को तीन सदस्यीय एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जिसकी सभी सदस्य महिला हैं. पंजाब पुलिस के डीआईजी गुरप्रीत भुल्लर ने बताया कि इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी लड़की और दो लड़कों को गिरफ्तार किया है. लड़कों को हिमाचल से गिरफ्तार किया गया है.पुलिस ने बताया है कि इस मामले में एसआईटी भी बनाई गई है और पूरी जांच पड़ताल की गई है. जहां घटना हुई है वहां का मुआयना भी किया गया है. वॉशरूम भी चेक किए गए हैं. पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया है कि इस मामले में साइबर एक्सपर्ट की भी मदद ली जा रही है. आरोपियों के फोन जांच के लिए साइबर सेल के पास भेजे गए हैं.इसके अलावा वॉशरूम में दुसरी लड़कियों के वीडियो बनाने के आरोपों पर भी जांच की जा रही है.स्टेट फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने भी सीन ऑफ क्राइम विजिट किया है. डीआईजी गुरप्रीत भुल्लर ने बताया कि मामले में पूरी पारदर्शिता के साथ जांच की जा रही है. इसी के साथ उन्होंने कहा, जिस की भी भूमिका इस मामले में होगी उसको बख्शा नहीं जाएगा.पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि हम अभी साइंटिफिक एविडेंस का वेट कर रहे हैं. इस मामले की पूरी गहनता से जांच कर रहे हैं. पुलिस ने बताया है कि कुछ अफवाहें भी चल रही हैं कि कुछ विदेशी नंबरों से कॉल आ रही है. हमें इस मामले में भी जांच कर रहे हैं. पुलिस उन दोनों वॉर्डन से भी पूछताछ कर रही है जिन्होंने मामले में शुरुआती जांच की थी. वहीं मामले में आरोपी रंकज के भाई पंकज का आरोप है कि मेरे भाई को गलत तरीके से फंसाया जा रहा है. परिवार का कहना है कि मामला सामने आते ही हमने अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई थी जिसमें लिखा है कि रंकज लड़की को नहीं जानता. आरोपी लड़की के मोबाइल फोन से एक नए लड़के की पहचान की गई है, जिसका नाम मोहित बताया जा रहा है. लड़की ने खुद पूछताछ में पुलिस को जानकारी दी कि वो मोहित से कभी मिली तो नहीं, लेकिन उससे लगातार व्हाट्सएप के जरिए से कनेक्टे रहती थी और चैटिंग करती थी. वो उसे वीडियो भी भेजती थी.