ब्यूरो,
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में नाता तोड़ने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अचानक मुखर हो गए हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने मिशन-2024 की शुरुआत भी कर दी है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में नाता तोड़ने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अचानक मुखर हो गए हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने मिशन-2024 की शुरुआत भी कर दी है। हाल ही में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने पटना का दौरा किया था और दोनों ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित किया था। अब खबर आ रही है कि नीतीश कुमार मिशन-2024 के लिए खुद को लॉन्च करने के लिए अगले सप्ताल दिल्ली का दौरा कर सकते हैं। जनता दल युनाइटेड (JDU) के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि पटना में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और परिषद की बैठकों के बाद मुख्यमंत्री अगले सप्ताह बिहार से बाहर जाकर इस मिशन को धार देंगे।
जेडीयू के एक नेता ने कहा कि वह पहले दिल्ली जाएंगे और बाद में चरणबद्ध तरीके से हरियाणा, राजस्थान और देश के अन्य हिस्सों में जाने की योजना बनाएंगे। नीतीश कुमार दिल्ली में कुछ दिन विभिन्न दलों के नेताओं से मिलकर आगे की रणनीति तैयार करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘पार्टी लाइन से अलग हटकर कई नेता उनसे मिलना चाहते हैं और भविष्य की रणनीति पर चर्चा करना चाहते हैं। वह एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने दिखा दिया है कि 2015 में बिहार में जबरदस्त जीत के साथ बीजेपी को हराया जा सकता है। 2022 में उन्होंने बीजेपी को बिना किसी सहयोगी के बिहार में छोड़ दिया है। वह अब सभी क्षेत्रीय दलों को एक छतरी के नीचे लाने के लिए काम करके भाजपा को अलग-थलग करने और उसके झूठ का पर्दाफाश करने के लिए काम करेंगे। सभी क्षेत्रीय दलों के फायरिंग रेंज में भाजपा है।”
मिशन-2024 को लेकर जेडीयू के पोस्टर बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर दिखने लगे हैं। जेडीयू दफ्तर में नीतीश कुमार की तस्वीर और ”आगज़ हुआ, बदला होगा; प्रदेश में दिखा, देश में दिखेगा” जैसे नारों के साथ बैनर लगे हुए हैं।
जेडीयू के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार, पटना में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के साथ बैठक बड़े विपक्षी गठबंधन के लिए एक रोडमैप तैयार करने के लिए बहुत उपयोगी थी और अब उस दिशा में काम करना शुरू करने का समय आ गया है। केसीआर ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद से भी मुलाकात की और उनके साथ 20 मिनट की अलग से बातचीत की। यह उम्मीद की जाती है कि पार्टी 2024 में एक मजबूत और एकजुट विपक्ष के अभियान का नेतृत्व करने के लिए नीतीश कुमार के नाम का समर्थन करेगी।
केसीआर ने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रस्तावित गठबंधन में सभी दलों के परामर्श के बाद ही पीएम उम्मीदवार का नाम तय किया जाएगा। जेडीयू नेताओं ने नीतीश कुमार को शीर्ष पद के लिए सबसे सक्षम घोषित किया है और राजद इसका समर्थन कर रहा है।
जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, “नीतीश कुमार के पास एक सक्षम पीएम बनाने के लिए सब कुछ है। चाहे अनुभव हो, प्रशासनिक कौशल या भारत के अनुकूल समावेशी विकास मॉडल, उन्होंने बिहार में पिछले 18 वर्षों से सीएम के रूप में एकमात्र विकल्प बने रहने के लिए इसे प्रदर्शित किया है।” आगे उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने खुद कहा है कि उनकी प्राथमिकता पीएम-उम्मीदवार बनना नहीं है, बल्कि भारत को एक नया पीएम देना है।