नोएडा अथॉरिटी सीबीआरआई, सुपरटेक बिल्डर, एडिफाइस एजेंसी, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों की बैठक

ब्यूरो,

नोएडा: ट्विन टावर ढहने के सिर्फ 30 मिनट बाद सेफ्टी टीमें जांच करने सुरक्षा घेरा पार कर अंदर घुसेंगी। 2 टीमों को अलग जांच का जिम्मा दिया गया है। एक टीम आसपास की सोसायटियों में सुरक्षा की स्थिति देखेगी। दूसरी टीम चेक करेगी कि जो विस्फोटक लगाए गए थे, वे सारे ब्लास्ट हुए हैं या नहीं। आसपास की सोसायटी एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज में रहने वाले लोगों के मन में कई तरह के सवाल हैं। खासकर जिस फ्लैट में रह रहे हैं, उसकी मजबूती पर तो कोई असर नहीं पड़ जाएगा इसका। कहीं टावर तो कमजोर नहीं हो जाएगा। निवासियों की इन आशंकाओं को दूर करने के लिए नोएडा अथॉरिटी व सीबीआरआई ने यह निर्णय लिया है। स्ट्रक्चरल ऑडिट भी 15 दिन के अंदर ही पूरा करा लिया जाएगा।

टावर ढहाए जाने की तैयारियों पर शुक्रवार की शाम नोएडा अथॉरिटी में बैठक हुई। इसमें सीबीआरआई, सुपरटेक बिल्डर, एडिफाइस एजेंसी, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (PCB) के अधिकारी शामिल हुए। बैठक में निर्णय हुआ कि टावर ढहाए जाने से पहले 2 टीमें बनाई जाएंगी। ब्लास्ट के 30 मिनट बाद ये टीमें सुरक्षा घेरा पार कर आगे बढ़ेंगी। पहली टीम एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज के टि्वन टावर से 50 मीटर के दायरे में आने वाले टावर का स्ट्रक्चरल निरीक्षण करेगी।

क्लियरेंस के बाद ही सोसायटी में आ सकेंगे निवासी
इसमें एजेंसी के स्ट्रक्चरल इंजीनियर व एक्सपर्ट होंगे। इस टीम को यह बताना होगा कि टावर ढहाए जाने के बाद आसपास के टावरों के स्ट्रक्चर पर कोई असर पड़ा है या नहीं। जब यह टीम अपनी क्लियरेंस देगी तभी सोसायटी में निवासियों की एंट्री शुरू होगी। दूसरी टीम उस जगह पर जाएगी जहां टि्वन टावर ढहाए जाएंगे। उस टीम की जिम्मेदारी यह देखने की होगी कि टावर में लगाया गया विस्फोटक का सभी जगहों पर ब्लास्ट हो गया है या नहीं।

51 पिलर की मरम्‍मत पूरी
सुपरटेक बिल्डर की तरफ से नोएडा अथॉरिटी में हुई बैठक में बताया गया कि एमराल्ड कोर्ट सोसायटी के जिन 51 पिलर पर मरम्मत होनी थी वह काम पूरा हो गया है। सीबीआरआई ने अन्य विंदुओं की भी पड़ताल की। इसके बाद 28 को टावर ढहाने की मंजूरी दी। इसमें कुछ शर्तें भी शामिल की गई हैं।

होटल वालों ने डाला डेरा
एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसायटी में रहने वाले अपने फ्लैट से टावर ध्वस्तीकरण के दौरान बाहर जाना शुरू कर दिए हैं। कुछ आस-पड़ोस के होटल में ठहर रहे हैं। इसको देखते हुए एक्सप्रेसवे के किनारे के होटल ने दोनों सोसायटी के गेट पर अपना प्रचार शुरू कर दिया है। यहां पर अपने कर्मचारियों को भेज बुकिंग का ऑफर दे रहे हैं।

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