ब्यूरो,
राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी को लेकर कई दिनों से चले आ रहे सस्पेंस को समाजवादी पार्टी ने खत्म कर दिया है। सपा ने गुरुवार को ऐलान किया कि जयंत चौधरी सपा और रालोद के संयुक्त प्रत्याशी होंगे।
राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी को लेकर कई दिनों से चले आ रहे सस्पेंस को समाजवादी पार्टी ने खत्म कर दिया है। सपा ने गुरुवार को ऐलान किया कि जयंत चौधरी जी समाजवादी पार्टी एवं राष्ट्रीय लोकदल से राज्य सभा के संयुक्त प्रत्याशी होंगे। राज्यसभा चुनाव के लिए सपा की ओर से बुधवार को कपिल सिब्बल और जावेद अली खान ने नामांकन दाखिल किया था।
अटकलें लगाई जा रही थीं कि तीसरे उम्मीदवार के रूप में सपा अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को उतार सकती है। हालांकि, सपा ने साफ कर दिया है कि जयंत चौधरी तीसरे उम्मीदवार होंगे। बताया जा रहा है कि सपा डिंपल यादव को आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में उतार सकती है।
विधानसभा चुनाव में आरएलडी और सपा ने साथ चुनाव लड़ा था और अखिलेश-जयंत की जोड़ी को ‘किसानों के बेटे’ कहकर प्रचारित किया गया। पश्चिमी यूपी में मुस्लिम-जाट समीकरण को साधने की भरसक कोशिश की गई। हालांकि, खुद जयंत चौधरी चुनाव नहीं लड़े। चुनाव परिणाम आने के बाद से जयंत चौधरी को राज्यसभा भेजे जाने की अटकलें थीं।
यूपी के कोटे से 11 सीटें जुलाई में खाली होने जा रही हैं, जिन पर चुनाव होगा। इनमें से 10 पर तो नतीजे लगभग साफ हैं। इनमें से 7 सीटों पर बीजेपी की जीत पक्की है तो 3 सीटें सपा खाते में आसानी से जाएंगी। लेकिन 11वीं सीट पर कौन बाजी मारेगा यह देखना बेहद दिलचस्प होगा।