प्रदेश के राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों और महाविद्यालयों में शिक्षकों के 13 हजार से अधिक पद भरे जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिक्त पदों पर प्राथमिकता के आधार पर चयन की कार्यवाह
प्रदेश के राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों और महाविद्यालयों में शिक्षकों के 13 हजार से अधिक पद भरे जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिक्त पदों पर प्राथमिकता के आधार पर चयन की कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने मुख्य सचिव से सभी आयोगों की 100 दिन में लक्ष्य के अनुरूप भर्ती की रिपोर्ट मांगी है। इससे बेरोजगार युवाओं में उम्मीद जगी है। खासतौर से राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों और महाविद्यालयों में शिक्षक बनने की आस रखने वाले युवाओं को रोजगार मिलने की आस बंधी है।
कॉलेजों में कुछ पदों पर एक दशक से भर्ती नहीं हो सकी है। उदाहरण के तौर पर राजकीय महाविद्यालयों में पुस्तकालयाध्यक्ष के पद पर 11 साल से भर्ती नहीं हुई है। अब पदनाम बदलकर प्रवक्ता पुस्तकालयाध्यक्ष के 106 पदों पर भर्ती का प्रस्ताव उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से भेजा जा रहा है। राजकीय और सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में प्रवक्ता पुस्तकालयाध्यक्ष और असिस्टेंट प्रोफेसर के 1392 पद रिक्त हैं।
इसी प्रकार सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्यों की भर्ती 2013 के बाद से नहीं हुई है। लगभग 40 प्रतिशत स्कूलों में पद खाली हैं। इनका अधियाचन भी माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड को मिल चुका है। जिस तरह से मुख्यमंत्री ने आयोगों को भर्ती में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। इससे उम्मीद है कि लंबित भर्तियां जल्द पूरी होंगी।
रिक्त पदों पर एक नजर
● 5183 प्रशिक्षित स्नातक व प्रवक्ता के पद एडेड कॉलेजों में
● 1938 पद प्रधानाचार्य के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में
● 3200 पद राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के
● 1500 पद राजकीय इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता के
● 106 पद लेक्चरर लाइब्रेरी के राजकीय महाविद्यालयों में
● 368 पद असिस्टेंट प्रोफेसर के राजकीय महाविद्यालयों में
● 918 असिस्टेंट प्रोफेसरों के पद सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में
● 13213 कुल रिक्त पद