ब्यूरो,
कानपुर सरकार और सिस्टम की मंशा साफ है तो सब कुछ हो सकता है। सेंट्रल बैंक की कराचीखाना, कानपुर ब्रांच के ग्राहकों ने अपनी जूलरी और बाकी सामानों के लिए करीब ₹3.3 करोड़ का क्लेम किया था। बैंक ने 75% क्षतिपूर्ति कर दी है। ये बैंक में रुपया और ज़ेवर रखने वालों के लिए अहम पड़ाव है। बैंक अधिकारियों की निरंकुशता पर भी लगाम लगेगी। सेंट्रल बैंक के मुंबई और लखनऊ के अधिकारियों ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। हलक सूखे हुए थे, ऊपर से डंडा जो चला था। सेंट्रल बैंक कराचीखाना ब्रांच के अधिकारियों ने कस्टमर्स से गुंडों जैसा बर्ताव किया था। कानपुर पुलिस को बधाई। FIR लिखी, गड़बड़ बैंकवाले जेल भेजे गए। 1 किलो सोने की रिकवरी हुई। भारत जैसे बड़े देश में सिस्टम के प्रति लोगों का भरोसा हर हाल में बना रहना चाहिए।