लॉकडाउन के बीच फंसे बिहार के मजदूर परिवारों के लिए राहत भरी खबर है। पंजाब, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा से चलकर मेरठ-सहारनपुर में फंसे मजदूरों के लिए ट्रेन मंजूर हो गई हैं। सहारनपुर से शुक्रवार को दो स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी जबकि मेरठ से 18 और 19 में ट्रेनें रवाना होंगी। सहारनपुर से चलकर ट्रेन बेतिया, सिवान, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी तक जाएगी। जबकि दूसरी ट्रेन सहारनपुर से शाम 5 बजे रवाना होगी, यह ट्रेन कटिहार, आरा, खगडिया जाएगी। पहली ट्रेन दोपहर 12 बजे और दूसरी शाम 5 बजे रवाना होगी।
मेरठ में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों को लेकर डीएम अनिल ढींगरा के अनुरोध पर रेल मंत्रालय ने बिहार के लिए दो ट्रेनों को चलाने की मंजूरी दे दी है। एक ट्रेन 18 मई और एक ट्रेन 19 मई को मेरठ से बिहार जाएगी। बिहार के लिए ट्रेनों की मांग सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने भी की थी। रेल मंत्रालय ने इसकी स्वीकृति की सूचना पत्र भेजकर डीएम को दे दी है। डीएम अनिल ढींगरा ने बताया कि शासन के आदेश पर जिले में बिहार के प्रवासी मजदूरों का ब्योरा ऑनलाइन प्राप्त किया गया था। करीब पांच हजार लोगों ने बिहार जाने के लिए आवेदन देकर जानकारी दी। इस पर अपर मुख्य सचिव(गृह) के माध्यम से रेल मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा गया था। अपर मुख्य सचिव ने पत्र जारी कर बताया है कि मेरठ से अररिया के लिए 18 मई और मेरठ से मोतिहारी के लिए 19 मई को ट्रेन चलाई जाएगी। अपर मुख्य सचिव ने रेलवे और प्रशासन को इस संबंध में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करने को कहा है। इस संबंध में शासन की ओर से बिहार सरकार, पूर्णिया, अररिया, मोतिहारी के डीएम, एसएसपी को भी पत्र जारी कर दिया गया है।
बिहार सरकार ने भी मेरठ और आसपास में फंसे बिहार के मजदूरों, छात्रों के लिए विशेष ट्रेन चलाने का अनुरोध किया था। सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने भी रेल मंत्री को पत्र भेजकर ट्रेन चलाने का अनुरोध किया था। एडीएम(एफआर) सुभाष चंद्र प्रजापति ने बताया कि करीब 4600 प्रवासी मजदूर, छात्र बिहार के मेरठ जिले में हैं। अब दो ट्रेनों से इन्हें भेजने की व्यवस्था की जाएगी।