ब्यूरो,
कैराना और रामपुर की सभा से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वेस्ट यूपी की नब्ज पर हाथ रख दिया। कानून-व्यवस्था को मुद्दा बनाया। दंगे के बाद कैराना से पलायन और रामपुर में कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्ष पर हमला बोला। 2017 की तुलना 2021 से की। कहा कि अब सब कुछ बदल गया है। अपराधी, माफिया को लेकर सख्त कार्रवाई हो रही है। वेस्ट यूपी में वर्षो से कानून-व्यवस्था बड़ा मुद्दा रहा है। मेरठ, मुजफ्फरनगर, कैराना आदि में कानून-व्यवस्था को लेकर बातें होते रही हैं।
विधानसभा चुनाव की घोषणा से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को पश्चिम क्षेत्र के दो जिले शामली के कैराना और मुरादाबाद मंडल के रामपुर में सभा की। मुख्यमंत्री ने मुजफ्फरनगर दंगे के बाद कैराना से पलायन को मुद्दा बनाया। 2017 के चुनाव से पूर्व दंगे के कारण पलायन बड़ा मुद्दा बना था। कानून-व्यवस्था को लेकर व्यापारी पलायन कर गए थे। बार-बार घरों में पलायन के पोस्टर लगते थे। लोगों ने घर बेचकर पलायन कर लिया था। अब चुनाव की घोषणा से पूर्व मुख्यमंत्री ने पलायन को राजनीतिक नहीं अस्मिता से जुड़ा मुद्दा बताया। उन्होंने कहा कि अब पलायन व्यापारी नहीं बदमाश कर रहे है। गोली व्यापारी को नहीं, अपराधियों और बदमाशों को लग रही है।
रामपुर की सभा में भी मुख्यमंत्री ने सख्त शब्दों में कहा कि माफिया की अवैध कमाई पर बुलडोजर चलेगा। अब माफिया जानते हैं कि कानून का राज क्या होता है। इस तरह रामपुर में ही कानून-व्यवस्था का ही उदाहरण दिया। स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वेस्ट यूपी की नब्ज पर हाथ रखा है। लोगों को बताया है कि केवल भाजपा सरकार ही बेहतर कानून-व्यवस्था दे सकती है। अब मुख्यमंत्री का अगला दौरा 11 नवंबर को मेरठ का होगा। इसके बाद सहारनपुर, हापुड़ का दौरा होगा।