ब्यूरो,
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को पश्चिमी यूपी के कैराना पहुंचे। पिछली सरकार के दौरान पलायन के कारण चर्चित हुए कैराना में सीएम योगी ने बिना नाम लिये ही अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी पर जमकर हमले किये। मुजफ्फरनगर दंगे की याद दिलाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री आवास में दंगाइयों को सम्मानित किया जाता था।
सीएम योगी ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में हमने इस तरह का माहौल बना दिया, जिससे अपराधी सिर उठाकर चलने के लायक भी नहीं रह गया है। जिसने भी व्यापारियों या निर्दोष लोगों पर गोली चलाई उसकी छाती में गोली मारकर दूसरे लोक की यात्रा करा दी। उन्होंने चेताया कि दंगा किया तो दंगाइयों की आने वाली पीढ़ियां भुगतेंगी।
पलायन को मजबूर करने वाले खुद पलायन कर गए
सीएम योगी ने कहा कि कैराना के लोगों को पलायन के लिए मजबूर करने वाले स्वयं पलायन कर गए। किसी माफिया-अपराधी की हिम्मत नहीं रही कि वह सिर उठाकर सड़कों पर चल सके। जिसने भी व्यापारी पर गोली चलाई, उसी गोली ने अपराधी की छाती को भेंदते हुए उसे दूसरे लोक में भेज दिया। योगी ने चेताया कि जो भी अराजकता करने की कोशिश करेगा, दंगा करेगा, उसकी आने वाली पीढि़यां भूल जाएंगी कि कैसे दंगा होता है। योगी ने कहा कि जिन लोगों के लिए वोट बैंक सर्वोपरी है, वह लोग मुजफ्फरनगर के दंगाइयों को सम्मानित करते थे। जब मुजफ्फरनगर में दो निर्दोष मारे जाते हैं तो लोगों को जाति नहीं दिखती थी। जब जवाहरनगर में हिन्दुओं के घर जलाए जाते थे, ये जातिवाद की राजनीति करने वालों को जाति नहीं दिखाई दी।
हिन्दुओं को प्रताड़ित कर पलायन को मजबूर किया गया:
इससे पहले सीएम योगी ने कैराना वापस आए कुछ परिवारों से मुलाकात की। मुलाकात के बाद कहा कि 2017 के बाद अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत सरकार ने जो कार्रवाई की उसके परिणामस्वरूप इस कस्बे में शांति आई, बहुत सारे परिवार वापस आए हैं। मैंने कुछ उन परिवारों के साथ संवाद किया जो पिछली सरकारों के राजनीतिक अपराधीकरण के शिकार हुए थे। कहा कि 1990 के दशक के शुरू में राजनीतिक अपराधिकरण और पेशेवर अपराधियों के राजनीतिकरण का दुष्परिणाम कैराना और कांधला जैसे कस्बों ने झेला। यहां हिन्दू व्यापारी और अन्य हिन्दुओं को व्यापक पैमाने पर प्रताड़ित करके यहां से पलायन करने के लिए मज़बूर किया गया था।