ब्यूरो,
यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर सुभासपा और समाजवादी पार्टी का गठबंधन हो गया है। दोनों पार्टियां 2022 में मिलकर चुनाव लड़ेंगी। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बुधवार को सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से शिष्टाचार मुलाकात के बाद गठबंधन को लेकर स्थिति को साफ कर दिया। अखिलेश यादव से बातचीत के दौरान ओपी राजभर ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के साथ सभी वर्गों को धोखा देने वाली भाजपा सरकार के केवल चार दिन बचे हैं। उन्होंने नारा दिया कि अबकी बार, भाजपा साफ। वहीं समाजवादी पार्टी ने सुभासपा से गठबंधन करने के बाद कहा कि सपा और सुभासपा साथ आए हैं। सपा ने कहा कि, वंचितों, शोषितों, पिछड़ों, दलितों, महिलाओं, किसानों, नौजवानों की लड़ाई समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी मिलकर लड़ेंगे।ओपी राजभर की पार्टी सुभासपा पहले भी आप, भाजपा समेत कई पार्टियों के साथ गठबंधन को लेकर कयास लगा चुकी है।
भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने पहले भाजपा के साथ गठबंधन की बात कही थी। इसको लेकर धर्मेंद्र प्रधान और ओम प्रकाश राजभर की एक दिन पहले इस मुद्दे पर बात भी हुई थी। जिसमें राजभर ने कुछ शर्तों के साथ 2022 में भाजपा के साथ जाने के संकेत दिए थे। सुभासपा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बातचीत के क्रम में धर्मेंद्र प्रधान ने राजभर को मिलकर चुनाव लड़ने को कहा था। जिस पर राजभर ने सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करने के साथ ही बिजली और शिक्षा जैसे पार्टी के मुद्दों को मानने की बात की थी।
सुभासपा की दूसरी पार्टी से गठबंधन को लेकर कई दिनों से चल रही कयासबाजी बुधवार को खत्म हो गई। सपा से गठबंधन होने के बाद ओपी राजभर ने इस पर विराम लगा दिया। ओपी राजभर पिछले कई दिनों से गठबंधन को लेकर कसमकस में दिखाई दे रहे थे। आम आदमी पार्टी, भाजपा समेत कई पार्टियों से गठबंधन को लेकर बातचीत कर चुके थे। किस पार्टी से गठबंधन होगा इस सवाल पर वाराणसी में हुए कार्यक्रम के दौरान ओपी राजभर ने कहा था कि 27 अक्तूबर को मऊ में होने वाली महापंचायत में इसका ऐलान किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने यूपी सरकार पर जमकर निशाना भी साधा था। उन्होंने प्रदेश में सरकार बनाने के लिए एक बड़े दल से गठबंधन करने का इशारा करते हुए उपस्थित कार्यकर्ताओं की राय भी जाननी चाही थी। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने हाथ उठाकर उनका समर्थन किया था। उन्होंने योगी सरकार को किसान विरोधी, गरीब विरोधी बताते हुए कहा था कि लखीमपुर खीरी में निर्दोष किसानों पर गाड़ी चढ़वाने का काम किया है।