ब्यूरो,
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अपने आवास से पैदल ही बाहर निकली , पुलिस पीछे पीछे
प्रियंका गांधी जी की पुलिस से झड़प
झड़प के बाद प्रियंका गांधी जी अपनी गाड़ी में बैठकर लखीमपुर के लिए रवाना
कार्यकर्ताओं का काफिला पुलिस ने सड़क पर ट्रक लगाकर रोका
प्रियंका गांधी जी सिधौली पहुँचीं
प्रियंका गांधी
CO साहब ! ऑर्डर कहां है ? दिखाइए ऑर्डर ! किस्सा आर्डर से रोक आपने हमें यहां पर दिखाइए ?
तो चलो फिर …. इंदिरा की पोती प्रियंका गांधी
उप्र सरकार नाके-नाके पर प्रियंका गांधी को रोकने की बेशर्म कोशिश कर रही है।
सीतापुर टोल प्लाजा पर भारी पुलिस का बल प्रयोग।
कार्यकर्ताओं को लाठी से पीटा।
कई कांग्रेस वर्कर्स की गाड़ियां पुलिस ने तोड़ी। मगर प्रियंका गांधी को रोकने में यूपी पुलिस नाकामयाब।
प्रियंका गांधी लखीमपुर के किसानों से मिलने के लिए अडिग
जगह-जगह ट्रक लगाकर उप्र सरकार कर रही है प्रियंका गांधी जी रोकने की कोशिश।
प्रियंका गांधी जी लखीमपुर के लिए रवाना।
“मैं पीड़ितों के परिवारों से मिलने जा रही हूं। उनके आंसू पूछने जा रही हूं। पीड़ितों का दर्द साझा करने जा रही हूं। आज जो हुआ वह दिखाता है कि सरकार किसानों को कुचलने की राजनीति कर रही है। उन्हें खत्म करने की राजनीति हो रही है।”- कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी
यह देश किसानों का देश है। यह भाजपा की विचारधारा की जागीर नहीं है। देश को किसानों ने बनाया है, किसानों से सींचा है।
जो आज हुआ वो दिखता है की ये सरकार किसानों को कुचलने की राजनीति कर रही है , किसानों को ख़त्म करने की राजनीति कर रही है
जिस तरह से इस देश में किसानों को कुचला जा रहा है , उसके लिए शब्द ही नहीं है
कई महीने से किसान अपनी आवाज़ उठा रहा है की उसके साथ ग़लत हो रहा है सरकार सुनने को राज़ी नहीं है।
जब बल प्रयोग करना पड़ता है, तो इसका मतलब है की सरकार व पुलिस नैतिक आधार खो चुकी है। मैं अपने घर से निकल कर कोई अपराध करने नहीं जा रही हूँ , मैं उन पीड़ितों के परिवारों से मिलने जा रही हूँ, मिलकर आँसू पोंछने जा रही हूँ। इसमें कौन सी बुराई है। क्या ग़लत कर रही हूँ मैं।