ब्यूरो,
मौलाना कलीम और उमर गौतम के बीच 20 से ज्यादा कनेक्शन कॉमन पाए गए हैं। धर्मांतरण के मामले में पकड़े गए उमर गौतम के संपर्क में कुछ ऐसे लोग थे जो वर्तमान में मौलाना कलीम के साथ भी जुड़े हुए हैं। इसकी तस्दीक की जा रही है कि इन लोगों का क्या काम है और कोई देश से बाहर का तो नहीं है। साथ ही उन खातों की जांच शुरू कर दी गई है जिनमें देश के बाहर से रकम आई और बाद में मौलाना कलीम के कहने पर रकम बाकी जगहों पर ट्रांसफर की गई। यह रकम किन कार्यों के लिए भेजी जा रही थी, इसकी भी जांच की जाएगी।
मुजफ्फरनगर के फुलत निवासी मौलाना कलीम सिद्दीकी को एटीएस ने मंगलवार रात मेरठ से गिरफ्तार किया। उनके चार साथी भी हिरासत में लिए गए। यूपी के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार और एटीएस अधिकारियों ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर सनसनीखेज खुलासे किए। एडीजी प्रशांत कुमार ने खुलासा किया कि मौलाना कलीम सिद्दीकी धर्मांतरण का सिंडिकेट चला रहे थे और उनके साथ कई लोगों का समूह जुड़ा हुआ है। इस मामले में जांच एटीएस ही कर रही है। जांच के दौरान यह भी खुलासा पुलिस अधिकारियों ने किया कि मौलाना कलीम और पूर्व में धर्मांतरण के मामले में गिरफ्तार उमर गौतम के बीच 20 से ज्यादा कॉमन कनेक्शन हैं।
बीस से अधिक लोग रडार पर
पुलिस अधिकारियों की मानें तो 20 से ज्यादा ऐसे लोग हैं जो उमर और कलीम दोनों के संपर्क में हैं। इन सभी को एटीएस ने जांच के दायरे में ले लिया है। जानकारी की जा रही है कि यह कनेक्शन कहीं धर्मांतरण वाले सिंडिकेट से तो नहीं जुड़ा है। इनके तमाम कार्यों से लेकर गतिविधियों को निगरानी में लिया गया है। पूर्व में हुए बैंक खातों के लेनदेन और बाकी बातों की जानकारी भी की जा रही है।
एटीएस अधिकारियों की मानें तो उमर गौतम को जब गिरफ्तार किया गया तो उन्हें देश के बाहर से पैसा मदद के रूप में मिलने का खुलासा हुआ था। इसी रकम से धर्मांतरण के लिए काम किया जा रहा था। इन्हीं खातों से मौलाना कलीम को भी रकम भेजी गई थी। इस बिंदु पर भी जांच की जा रही है। साथ ही मौलाना कलीम के अकाउंट में रकम आने के बाद इन्हें किन जगहों पर ट्रांसफर किया गया, इस बात को लेकर जांच की जा रही है।
एटीएस ने कलीम के नजदीकी को उठाया
रतनपुरी के फुलत मदरसे के संचालक मौलाना कलीम के बाद से एटीएस ने उनके नजदीकियों पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। गुरुवार की सुबह एटीएस ने मदरसे के एक पदाधिकारी को पूछताछ के लिए उठा लिया है। हालांकि अभी एटीएस की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
मौलाना का करीबी अपने परिवार के साथ खतौली में ही रहता है। बताया जाता है कि मौलाना के करीबी के पास मदरसे के लेनदेन का हिसाब रहता है। सूत्रों के मुताबिक धर्मातरंण के अलावा विदेशों से मिलने वाली फडिंग के बारे में भी इस करीबी को पूरी जानकारी है।
अवैध धर्मांतरण कराने के मामले में गिरफ्तार किए गए मुजफ्फरनगर के मौलाना कलीम सिद्दीकी को एनआईए-एटीएस की अदालत ने गुरुवार को 10 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर एटीएस के सुपुर्द करने के आदेश दिए हैं। अदालत ने एटीएस को आदेश दिया है कि वह मौलाना कलीम को 24 सितंबर की सुबह 10 बजे से लेकर 4 अक्तूबर की सुबह 10 बजे तक रिमांड पर रखकर तफ्तीश आदि कर सकते हैं।
विशेष न्यायाधीश योगेंद्र राम गुप्ता से एटीएस के डिप्टी एसपी चैंपियन लाल ने प्रार्थना पत्र देकर अनुरोध किया था कि मौलाना कलीम को 12 दिन की रिमांड पर दिया जाए। कलीम सिद्दीकी पूर्व में गिरफ्तार किए गए उमर गौतम के इस्लामिक दावा सेंटर के साथ जुड़ा था। इस संगठन से कई अन्य लोग भी जुड़े हुए हैं लिहाजा कलीम सिद्दीकी को मेरठ, दिल्ली और मुजफ्फरनगर में ले जाकर छानबीन करनी है और गैंग से जुड़े अन्य लोगों की पहचान करवानी है। साथ ही उसके कब्जे से बरामद मोबाइल फोन और सात देशी-विदेशी सिमकार्डों के बारे में जानकारी करनी है। वहीं अभियुक्त के बैंक खातों की पड़ताल भी की जानी है। एटीएस ने यह भी अनुरोध किया कि उसकी निशानदेही पर जमीयत-ए-इमाम-वलीउल्लाह ट्रस्ट से जुड़े दस्तावेज बरामद करने हैं।
अदालत ने इस पर विचार करते हुए कलीम सिद्दीकी को दस दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर एटीएस के सुपुर्द करने के आदेश दे दिए हैं। अदालत ने आदेश दिए हैं कि इस दौरान उन्हें प्रताड़ित नहीं किया जाएगा। उसकी पर्याप्त सुरक्षा की जाएगी, साथ ही उनके अधिवक्ता को भी एक निश्चित दूरी पर रखा जाएगा। उनके साथ थर्ड डिग्री का प्रयोग नहीं किया जाएगा।