उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस महीने के अंत तक राज्य में एक करोड़ से अधिक रोजगार की संभावनाओं को आगे बढ़ाएं जिससे हर नागरिक को रोजगार से जोड़ा जा सके। 23 करोड़ की आबादी वाले इस राज्य में हमारी कोशिश होनी चाहिए कि प्रतिदिन 50 लाख लोगों को मनरेगा से रोजगार से जोड़ें। उन्होंने मंगलवार को अपने सरकारी आवास से करीब 36 हजार ग्राम रोजगार सेवकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 225.39 करोड़ रुपये मानदेय का ट्रांसफर किया।
उन्होंने कहा कि ग्राम्य विकास विभाग ने रोजगार सेवकों से जुड़ी हुई समस्याओं का समाधान किया है। यह समस्याएं नवंबर 2016 से लंबित थीं। रोजगार सृजन के बड़े माध्यम हमारे बीच में ही मौजूद हैं, केवल संभावनाओं को तलाशने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रवासी कामगार और श्रमिकों को विभिन्न स्थानों पर उनकी स्किल के अनुरूप रोजगार देने की व्यवस्था राज्य में संभव है। इसके लिए नीतियां बनाई गई हैं।
यूनिफार्म का काम महिला समूहों को दे सकते हैं मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोग प्रतिवर्ष बेसिक शिक्षा परिषद में एक करोड़ 80 लाख से अधिक बच्चों की यूनिफॉर्म और स्वेटर बनाते हैं, यह यूनिफॉर्म और स्वेटर बनाने का काम हम महिला स्वयंसेवी समूहों को दे सकते हैं। उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग से कन्नौज के अश्वनी कुमार, वाराणसी की प्रेमलता, गोरखपुर के असित कुमार मिश्रा, हरदोई की जूली सिंह व प्रतापगढ़ के रविसेन से बात की।