ब्यूरो,
बच्चे ने मारी बच्चे को एयरगन से गोली
बाएं तरफ का जिस्म हुआ निष्क्रिय, दिमागी रूप से भी असंतुलित है
कभी उसकी ठिठोली से पूरा घर गूंजता था। उसके कदमों से हर तरफ रौनक रहती थी। लेकिन आज बारह साल का देव विनायक द्विवेदी अपना पूरा शरीर हिला भी नहीं सकता। बिस्तर से वो कब उठेगा कोई नहीं जानता।
दरअसल विनायक को उसके सामने रहनेवाले एक लड़के ने एयर गन से गोली मार दी। बुलेट उसके सिर की हड्डी तोड़ते हुए सीधे दिमाग में जा घुसी है। जिससे उसके बाएं तरफ का जिस्म काम करना बंद कर दिया है। इसके बाद हरदोई, उत्तर प्रदेश के रहनेवाले विनायक का इलाज अपोलोमेडिक्स, लखनऊ में किया गया तथा ११ दिन तक अस्पताल में भर्ती रहा। जिससे उसकी जान तो बच गई लेकिन उसे लकवा मार गया तथा वह दिमागी रूप से भी असंतुलित है। दुर्भाग्य से, सर्जरी उसके जन्मदिन के दिन हुई।
डॉक्टरों के अनुसार देव के स्वस्थ होने के समय की कोई सीमा नहीं है तथा वह पूर्ण स्वस्थ होगा की नहीं यह भी निश्चित नहीं है। खेलने खाने की इस उम्र में 12 साल का बालक पूर्ण रूप से बिस्तर पे है।
विनायक हरदोई जिले के मशहूर जयपुरिया स्कूल का छात्र है। वो आठवीं में पढ़नेवाला एक होनहार छात्र रहा है। साइंस मॉडल के कॉम्पटीशन में उसने नोएडा में जाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था। उसके बनाए रोबोट ने सभी का दिल जीत लिया था। लेकिन आज वो लाचार है।
इस प्रकरण से समझा जा सकता है कि किस प्रकार रसूखदार गैरजिम्मेदार माता पिता अपने बच्चे की उस नाजायज़ मांग को भी पूरा कर देते है जो किसी दूसरे के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन जाती है।
ये जुर्म अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। जिस बच्चे ने एयरगन से उस पर गोली चलाई उसके माता-पिता उसके साथ क्यों नहीं थे। इतने छोटे बच्चे को एयरगन देने का तुक क्या था। क्या उसके माता-पिता की ये आपराधिक लापरवाही नहीं है।
पीड़ित के पिता – अभय द्विवेदी
पीड़ित की माता – अमिता द्विवेदी
मोबाइल नंबर: 9711492037, 8887815028, 6307306415