कोरोना से अभी तक महफूज रहे उत्तरकाशी जिले में कोरोना वायरस का पहला मरीज मिला है। रविवार को डुंडा के एक युवक में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। युवक सात मई को गुजरात के सूरत से चार अन्य दोस्तों के साथ बाइक से पहुंचा था। स्क्रीनिंग के दौरान युवक में संदिग्ध लक्षण दिखने पर सैंपल जांच के लिए भेजा गया जो अब पॉजीटिव आ गया है। अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने बताया कि रविवार को विभिन्न लैब से कुल 330 सैंपल की जांच रिपोर्ट मिली जिसमें से उत्तरकाशी के एक युवक में वायरस की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि युवक उसके साथियों व परिजनों को भी कोरनटाइन किया गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य में अभी तक कुल 9668 मरीजों की जांच हुई है जिसमें से 8990 मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जबकि 68 लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। राज्य के अस्पतालों से अभी तक 46 मरीजों को इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है। जबकि 21 मरीजों का इलाज चल रहा है। रविवार को कुल 187 सैंपल जांच के लिए भेजे गए। जबकि 194 सैपलों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। एक कोरोना पॉजीटिव मरीज मिलने के साथ ही उत्तरकाशी जिले का ग्रीन स्टेटस भी खतरे में पड़ गया है। केंद्र सरकार एक भी कोरोना मरीज मिलने पर जिले का ग्रीन स्टेटस हटा देती है। अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने बताया कि जिलों की श्रेणी तय करने का काम केंद्र सरकार करती है। उन्होंने कहा कि नियमों के अनुसार अब उत्तरकाशी का स्टेटस ग्रीन नहीं है। लेकिन इस संदर्भ में निर्णय लेने का अधिकार केंद्र सरकार को है और केद्र सरकार ही इस संदर्भ में राज्य को अवगत कराएगी। उत्तरकाशी जिले में पहले ही कोरोना संक्रमण की आशंका थी। राज्य सरकार के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार पहाड़ पर अभी तक सबसे अधिक सैंपलिंग इसी जिले में हुई है। यहां तक कि पौड़ी और अल्मोड़ा जिले से भी ज्यादा। उत्तरकाशी जिले से अभी तक कुल 226 सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। जिसमे से अब एक सैंपल पॉजीटिव आया है। पहाड़ के अन्य जिलों में इसके आधा सैंपल भी जांच के लिए नहीं भेजे गए हैं।