ब्यूरो,
अब देशभर के संस्थानों में जारी दो वर्षीय बीएड कोर्स की पढ़ाई सेमेस्टर सिस्टम में होगी. इसके अलावा इस सिलेबस में नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर मौजूद बेस्ट एक्टिविटी भी शामिल होंगे. कोर्स में भारतीय मूल्य, भाषा, ज्ञान, सिद्धांत और परंपराओं को भी जगह मिलेगी. अब कौशल कोर्स का मुख्य आधार रहेगा. फिलहाल, बीएड का सिलेबस वार्षिक प्रणाली पर आधारित है.
एनसीटीई ने च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम यानि सीबीसीएस में बीएड कोर्स तैयार करने के लिए 12 सदस्यीय वर्किंग ग्रुप बनाया है. प्रो. सरोज शर्मा एनआईओएस से ग्रुप की चेयरपर्सन होंगी. जबकि एनसीटीई से अनिल कुमार इसके समन्वयक और विचित्रा चौधरी सह-समन्वयक रहेंगी. देशभर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों से नौ सदस्य ग्रुप में रहेंगे. ग्रुप को तीन महीने में निर्धारित बिंदुओं को फोकस करते हुए रिपोर्ट देनी होगी.
हाल में राज्य स्तर पर प्रदेश सरकार ने न्यूनतम समान पाठ्यक्रम के तहत बीएड कोर्स डिजाइन कराया था. यह कोर्स वेबसाइट पर अपलोड है. चूंकि नियामक संस्था एनसीटीई है, ऐसे में राष्ट्रीय स्तर पर बीएड पाठ्यक्रम को डिजाइन करने की प्रक्रिया शुरू हुई है. राज्य सरकार ने भी बीएड कोर्स को एनटीईटी के आधार पर ही अगले सत्र से लागू करने का फैसला किया है. एनसीटीई ने सिलेबस तैयार करने के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं.