उत्तर प्रदेश में एक जुलाई से सभी स्कूल एक बार फिर से खुलने जा रहे है। इस बार खुलने जा रहे है स्कूक केवल शिक्षकों के लिए ही खुलेंगे. वहीं अभी बच्चों को स्कूल जाने का कोई फैसला नहीं लिया गया है.
लखनऊ. एक जुलाई से उत्तर प्रदेश के सभी स्कूल खुलने जा रहे है. इस बार केवल शिक्षकों के लिए विद्यालय खुलने जा रहा है. जिसको लेकर पूरी तयारी भी कर ली गई है. साथ ही यूपी के सभी स्कूलों को कोविड प्रोटोकॉल के तहत खोला जाएगा. स्कूल खुलने के साथ ही मास्क और सैनिटाइजर का इंतजाम जरूरी होगा. स्कूल खुलने के बाद छह से ग्यारह साल के बच्चों का दाखिला किया जाएगा. इस बार खुलने जा रहे स्कूल में अभी बच्चों के आने का कोई फैसला नहीं लिया गया है.
स्कूल खुलने के बाद शिक्षकों को वहां पर बच्चों के नामांकन करने के साथ ही अन्य काम भी करने होंगे. जिसमें उन्हें बच्चों को मिड डे मील का खाद्यान्न वितरित करने होगा. कन्वर्जन कास्ट शत प्रतिशत लाभार्थियों के खाते में भेजना होगा. साथ ही इसका विवरण प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करना होगा. विद्यालय की साफ सफाई करवानी होगी. इसके अलावा 6 से 11 साल के बच्चों के अभिभावकों से मिलकर उनका नामांकन और बालिकाओं का भी पंजीकरण कराना होगा.
इसके साथ ही स्कूल खुलने के पर शिक्षकों को कंपोजिट ग्रांट के मदद से अधूरे रह गए कायाकल्प कार्य को पूरा कराना होगा. वहीं रेडियो, दूरदर्शन पर चलने वाले पाठ्यक्रम से सम्बंधित कार्यक्रम को व्हाट्सएप के माध्यम से बच्चों तक पहुंचाना होगा. इसके अलावा शिक्षकों को विद्यालय परिसर में 20-20 पेड़ लगाना होगा.