कन्नौज के हीरापुरवा प्रधान के पति को भरी पंचायत में एक युवती ने गोली से उड़ाया था। वह इंतकाम की आग में जल रही थी। उसी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर साजिश रची और प्रधानपति को पंचायत करने के लिए बुला लिया। वहीं तमाम लोगों के बीच युवती ने प्रधानपति को गोली से उड़ा दिया और साथियों के साथ फरार हो गई। पुलिस ने युवती समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया है। प्रधानपति की हत्या रविवार को की गई थी।
प्रधान रामश्री के पति रामशरण की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि नामजद पांच में से दो आरोपित श्याम बिहारी व उसका भाई हेमचंद्र के डहलेपुर स्थित बाग में होने की सूचना मिली। दोनों को पकड़ लिया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि गोली गांव के ही संतराम की बेटी सीमा ने चलाई थी। पुलिस ने सीमा को उसके घर से पकड़ लिया। पुलिस का दावा है कि सीमा ने हत्या स्वीकार करते हुए बताया कि रामशरण ने उसका जीना दूभर कर रखा था। उत्पीड़न की इंतहा हो गई थी। इसका बदला लेने के लिए उसने हत्या की। उधर प्रधान के पुत्र दीपक द्वारा दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया गया था कि उसके पिता को एक विवाद के निपटारे के लिए हो रही पंचायत में बुलाया गया था। उसी दौरान दूसरे पक्ष ने गोली मार कर हत्या कर दी। इसमें पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। वारदात के बाद से पांचों हत्यारोपित फरार चल रहे थे। पुलिस उनकी तलाश में लगी हुई थी।
प्रधानपति हत्याकांड में युवती का नाम आने के बाद हर कोई चौंक रहा है। पहले उसका कहीं जिक्र नहीं था। सदर कोतवाल विकास राय ने बताया कि पूछताछ में युवती ने बताया कि आरोपित श्याम बिहारी से उसका प्रेम-प्रसंग था, लेकिन प्रधान पति रामशरण दोनों की नजदीकियों से चिढ़ता था। युवती ने कहा कि प्रधान पति नहीं चाहता था कि श्याम बिहारी और वह एक-दूसरे से मिलें। इसलिए वह प्रधान पति से नफरत करने लगी थी। ऐसे में श्याम बिहारी ने उसकी हत्या की साजिश रची। वह गोली मारने को तैयार हो गई। प्लान बनाकर पंचायत के लिए बुलाकर उसकी हत्या कर दी।
प्रधानपति की हत्या के बाद पुलिस ने पांच के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। लेकिन जांच के दौरान तीन और नाम सामने आए हैं। उसे असलहा सप्लाई करने में पटियन निवासी वेदराम और भुप्पा का नाम सामने आया है। पुलिस ने उन सभी के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
प्रधान पति की हत्या में नामजद श्यामबिहारी का प्रेम-प्रसंग सीमा से चल रहा था। उधर श्याम बिहारी की शादी कहीं और तय हो गई थी। इसे लेकर विवाद निपटारे के बहाने पंचायत बुलाई गई। श्याम बिहारी की शादी सदर कोतवाली के ही हरदोई रोड स्थित बक्शीपुर्वा में तय हुई है। 24 जून को ही उसकी बारात जानी थी। लेकिन उसके पहले ही यह हत्याकांड हुआ और उसे जेल जाना पड़ा।
हत्याकांड में तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अब बाकी के पांच और आरोपितों की तलाश की जा रही है। इसमें तीन बबलू, राहुल और टिकरी को तो प्रधान के पुत्र ने ही आरोपित बनाया था। इसके अलावा जांच के दौरान असलहा सप्लायर के रूप में सामने आए वेदराम और भुप्पा को भी पुलिस तलाश रही है।
पुलिस की छानबीन में यह भी सामने आया है कि प्रधानपति की हत्या के लिए जिस असलहा का इस्तेमाल किया गया है, उसकी सप्लाई करने वाले भुप्ता और वेदराम ने भी अपना पुराना बदला पूरा किया। पूछताछ में सामने आया है कि भुप्पा और रामशरण के बीच पुरानी रंजिश थी। भुप्पा अपने पिता की प्रताड़ना का बदला लेना चाहता था। इसलिए जब श्याम बिहारी ने हत्या का खाका तैयार किया तो वह उसे असलहा देने को तैयार हो गया।