राम मन्दिर चंदे का एक और घोटाला
आलोक वर्मा। जौनपुर।
जौनपुर।
राम मंदिर के नाम पर करोड़ों रुपये के चंदे को डकारने वाले धंधे पर हैं रोज़ एक नया खुलासा हो रहा है । अयोध्या के बीजेपी मेयर के भतीजे जी के भी बहती सरयू में स्नान की खबर है ।
चाचा जी की टिप पर कुल बीस लाख में ख़रीदी ज़मीन भांजे जी ने भी राम मंदिर ट्रस्ट को ढाई करोड़ रुपये में टिका दी है । चूँकि चाचा चंपत राय जी के चहेते हैं इसलिए “सूचना” समय पर मिली और अयोध्या के एक पुराने महंत से इसी फ़रवरी में बीस लाख देकर एक ज़मीन भतीजे ने रजिस्ट्री करवा ली, चाचा ज़मीन की फ़ील्डिंग चंपत राय से कर ही चुके थे सो मई में ट्रस्ट ने ढाई करोड़ भतीजे की भक्ति को समर्पित कर दिये !
इन्हीं आयुष्मान ने मार्च में भी सत्ताइस लाख सर्किल रेट वाली एक और ज़मीन ट्रस्ट को एक करोड़ रुपये में पहले ही टिकाई थी । ग़ौरतलब है कि यही मेयर साब दो करोड़ से साढ़े अठारह करोड़ वाले सौदे में भी गवाह हैं ।
एक दूसरी खबर के अनुसार देश के 97% लोगों की आय में वर्ष 2020-21 में एक तिहाई तक की कमी आ गई है । क़रीब एक करोड़ लोगों को कोरोना से खुद या परिजनों को बचाने में सफल/असफल रहने में बर्तन ज़ेवर जमा प्लाट ज़मीन फ़्लैट आदि में से कुछ न कुछ क़ुर्बानी देनी पड़ी है!
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