वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल का हर किसी को बेसब्री से इंतजार है। भारत और न्यूजीलैंड के बीच साउथैम्पटन में खेले जाने वाले फाइनल मुकाबले पर पूर्व विश्व क्रिकेट की निगाहें टिकी हुईं हैं। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के पास ऊपर फाइनल मैच में टीम की नैया पार लगाने की बड़ी जिम्मेदारी होगी। बतौर बल्लेबाज इंग्लैंड के पिछले दौरे पर विराट का बल्ला जमकर बोला था, ऐसे में भारतीय खेमा अपने कप्तान से डब्ल्यूटीसी फाइनल में भी वैसे ही प्रदर्शन की उम्मीद करेगा। हालांकि, न्यूजीलैंड के पेस अटैक से पार पाना विराट के लिए भी कतई आसान नहीं होगा। इसी बीच, भारत के पूर्व क्रिकेटर पार्थिव पटेल ने बताया है कि फाइनल मैच में कोहली को किन-किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा सकता है।
स्टार स्पोर्ट्स के साथ बातचीत करते हुए पार्थिक पटेल ने कहा, ‘मुझे लगता है कि उनको खुद को थोड़ा सा टाइम देना होगा और सोचना होगा जो उन्होंने साल 2018 में किया था। उस दौरे पर विराट ने कई शतक जड़े थे। तो वह 2014 के मुकाबले 2018 में कहीं बेहतर दिखाई दिए थे, लेकिन उनके सामने कई चैलेंज होंगे और चैलेंज होगा तेज गेंदबाजों की वैरायटी का। इसकी वजह यह है कि न्यूजीलैंड का पेस अटैक एक तरह का नहीं है।’ विराट ने साल 2018 के इंग्लैंड दौरे पर रनों का अंबार लगाया था और उन्होंने 5 मैचों में 59.30 के औसत से 593 रन जड़े थे।
न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर स्कॉट स्टायरिस ने बताया कि क्यों स्विंग लेती गेंदें रोहित शर्मा को डब्ल्यूटीसी के फाइनल में परेशान कर सकती हैं। उन्होंने कहा, ‘दोबारा, यह पिच पर निर्भर करेगा। मुझे लगता है कि अगर गेंद हिलेगी तो रोहित संघर्ष कर सकते हैं। हमने यह आकलन किया है कि रोहित अपनी पारी की शुरुआत के दौरान अपने पैरों को ज्यादा चलाते नहीं हैं। अगर इसको देखा जाए तो स्विंग लेती गेंदें उनके लिए परेशानी खड़ी कर सकती हैं।’ रोहित इंग्लैंड की कंडिशंस में पहली बार टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज के तौर पर उतरेंगे। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रोहित का प्रदर्शन अच्छा रहा था।