जेल में आलू प्याज़ डेढ़ सौ रूपए किलो बेचने की जांच
Alok Verma, Awadh Kesari, Jaunpur.
जौनपुर। सजायाफ्ता कैदी की मौत के बाद जेल में हुए बवाल की जमीनी हकीकत की तहकीकात के लिए सात सदस्यीय टीमें जांच कर रही है। साथ ही कारागार परिसर के कैटिंन से आलू प्याज समेत अन्य सामान दस गुना रेट पर बेचे जाने के आरोपो की पड़ताल शुरू हो गयी है। लेकिन हैरत की बात है कि घटना के चार दिन बीत जाने के बाद भी कैदियों द्वारा की गयी जेल अस्पताल में आगजनी, तोड़फोड़ के नुकसान का आकलन नही किया जा सका है।
मालूम हो कि बीते शुक्रवार को जेल में बंद सजायाफ्ता कैदी का दिल का दौरा पड़ने के कारण मौत हो गयी थी। साथी की मौत से गुस्साएं कैदियों ने पूरे जेल परिसर को कब्जे में लेकर जमकर उत्पात मचाया था, अस्पताल को आग के हवाले कर दिया तथा जेल की दिवारो की ईट उखाड़कर जमकर जेल प्रशासन और पुलिस बल पर हमला बोल दिया था। इस वारदात में एक बंदी रक्षक बुरी तरह से जख्मी हो गया था। कमिश्नर वाराणसी और आइजी वाराणसी ने किसी तरह से बंदियों को समझा बुझाकर गुस्सा शांत कराया था।
जेल में शांति होने के बाद शासन के आदेश पर डीएम, एसपी, दो एडीएम समेत सात अधिकारियों की टीमें जांच कर रही है। उधर डीआइजी जेल ए के सिंह ने यहां डेरा डालकर जांच पड़ताल कर रहे है। आज डीआइजी जेल ए के सिंह ने बताया कि पूरे मामले की जांच चल रही है जल्द ही जांच पूरा करके उच्चाधिकारियों को सौप दिया जायेगा। अभी तक कैैदियों द्वारा जेल में पहुंचायी गयी शासकीय छति का अनुमान नही लगाया जा सका है।
कैदियों द्वारा जेल कैटिंन से सौ रूपये किलो आलू, डेढ़ सौ रूपये प्याज बेचे जाने के बारे में कैदियों के बयान दर्ज कराया जा रहा है।