एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने किया रक्तदान शिविर का आयोजन

एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने किया रक्तदान शिविर का आयोजन

Alok Verma, Awadh Kesari, JaunPur.

जौनपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जौनपुर कार्यकर्ताओं ने पूर्व जिला प्रमुख डॉ दिग्विजय सिंह के स्मृति में नगर के आईएमए में रक्तदान शिविर का आयोजन किया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर जाफराबाद विधायक डॉ हरेंद्र प्रताप सिंह रहे।
डॉ सिंह ने कहा कि विद्यार्थी परिषद जौनपुर के कार्यकर्ताओं का कार्य सदैव उत्कृष्ट रहा है।इस कोरोना महामारी के दौरान स्क्रीनिंग समेत भोजन वितरण व अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से एबीवीपी ने सराहनीय कार्य किया है।परिषद समाज के हित के लिए सदैव तत्पर रहने वाला एकमात्र राष्ट्रवादी छात्र संगठन है।ऐसे कार्यक्रमों को देखकर सुखद अनुभूति होती है ।रक्तदान करते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान अवश्य रखा जाना चाहिए, तभी आप द्वारा किया गया रक्तदान सार्थक होगा। आपको एड्स, मलेरिया, हेपेटाइटिस, अनियंत्रित मधुमेह, किडनी संबंधी रोग, उच्च या निम्न रक्तचाप, टीबी, डिप्थीरिया, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, एलर्जी, पीलिया जैसी कोई बीमारी हो तो रक्तदान न करें।रक्तदान के बाद शरीर में जो नए ब्लड सेल्स बनते हैं, उनमें किसी भी बीमारी से लड़ने की अपेक्षाकृत अधिक ताकत होती है और यह स्वच्छ व ताजा रक्त शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मददगार होता है, जिससे न सिर्फ कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप नियंत्रित रहता है बल्कि कैंसर जैसी बड़ी बीमारियों से बचाव, कुछ हद तक मोटापे पर नियंत्रण तथा कई संक्रामक बीमारियों से बचाव होता है। रक्त में आयरन की मात्रा नियंत्रित हो जाने से लीवर की कार्यक्षमता बढ़ जाती है।

जिला संयोजक उद्देश्य सिंह ने कहा कि टीकाकरण के बाद कुछ महीनों तक रक्तदान संभव नहीं हो सकेगा इस वजह से युवाओं को चाहिए कि टीकाकरण से पहले रक्तदान अवश्य करें।यदि आज हम रक्तदाता बनेंगे तो आगे किसी आपातकाल में हम रक्त प्राप्तकर्ता भी हो सकते है।अपने लिए तो सभी जीते है असली जीवन तो समाज के लिए जीने में है।रक्तदान करने के कई फायदे भी है इस कारणवश विद्यार्थी परिषद का यह आग्रह भी है कि समस्त युवाओं को समय समय पर रक्तदान करते रहना चाहिए।स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार रक्तदान करने से शरीर को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं होता बल्कि रक्तदान से तो शरीर को कई फायदे ही होते हैं। जहां तक रक्तदान से संक्रमण की बात है तो सभी स्वास्थ्य केन्द्रों द्वारा रक्त लेते समय विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तय मानक तरीके अपनाए जाते हैं, इसलिए संक्रमण का कोई खतरा नहीं होता।

अभाविप के कार्यकर्ताओं द्वारा 18 यूनिट रक्तदान कराया गया। जिसमें दस कार्यकर्ताओं ने पहली बार रक्तदान किया।अपना अनुभव साझा करते हुए सव्यसेवकों ने बताया कि उन्हें रक्तदान करने के बाद किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हुई बल्कि उन्हें एक अलग प्रकार कि ऊर्जा की अनुभूति हो रही है।
रक्तदान करने वाले में संगठन मंत्री आशीष ,उत्सव सिंह,रवि विश्वकर्मा,सुशील नागर,रजत,राज,प्रियांशु ,उद्देश्य सिंह,रमेश,दीप नागर,आलोक,अभिषेक,अंकित,आशुतोष,विशाल,सचिन ,शैलेश ने रक्तदान किया।
उक्त अवसर पर जयदीप नाविक,पवन सोनकर,अनिकेश मौर्य,विकाश ओझा,ऋषिकेश श्रीवास्तव समेत आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।

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