उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के संदीप कुमार की शादी दो वर्ष पहले हुई थी। पत्नी के मायके जाने के बाद वह इस कदर नाराज हुआ कि रातों-रात स्कूटी चला कर 495 किलोमीटर दूर पूर्णिया पहुंच गया। इस दौरान असामाजिक तत्वों के परेशान करने पर केहाट सहायक थाना में आकर उन्हें शरण लेनी पड़ी।
थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने जब संदीप कुमार से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वह अपनी पत्नी से बहुत ज्यादा प्यार करते हैं। अचानक उनकी पत्नी मायके चली गई। लाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं आई। पत्नी को मायके से बुलाने के लिए घरवालों से भी काफी आरजू-मिन्नत की। जब किसी ने नहीं सुनी तो वह गुस्से में रुपया और स्कूटी लेकर घर से निकल आए हैं। पुलिस की टीम ने जब उनसे आईकार्ड या अन्य किसी भी तरह के कागजात दिखाने को कहा तो उन्होंने बताया कि उनके पास कुछ भी नहीं था। इस मामले को लेकर पूर्णिया पुलिस ने उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिला स्थित पटेरिया फाजिल नगर थाना के पुलिस से संपर्क किया फिर वहां के पुलिस अधीक्षक से क्रॉस चेक करने के बाद युवक को एक छह की संख्या पुलिस की सुरक्षा में उन्हें पूरी रात रखा गया।
पिता ने पुलिस को फोन कर कहा-थाने में ही रखें संदीप को
पुलिस की टीम ने जब संदीप कुमार को किसी होटल या लॉज में शिफ्ट करने की योजना बनाने लगा तो इसी बीच संदीप कुमार के पिता बृज बिहारी सिंह कुशीनगर से फोन किया और कहा कि संदीप को किसी होटल या लॉज में नहीं ठहराएं । वह परेशान है और इस बीच वह किसी भी तरह कोई गलत कदम उठा सकता है या फिर आत्महत्या कर सकता है। इसके बाद पुलिस के लिए नई मुसीबत शुरू हो गई। पुलिस अधीक्षक दयाशंकर से विशेष दिशा निर्देश लेने के बाद केहाट सहायक थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने विशेष पुलिस बलों की तैनाती में थाना प्रांगण में ही बने शिव मंदिर में उन्हें पूरी रात रखा और भोजन उपलब्ध कराया। दिलचस्प मामले की जानकारी जिन्हें भी मिल रही थी वह आकर जरूर एक बार संदीप कुमार से बात कर रहे थे और देख रहे थे।
पिकअप वैन से परिजन ले गए कुशीनगर
संदीप के परिजन कुशीनगर से पिकअप वैन लेकर आया था। उसी में स्कूटी डालकर संदीप को भी साथ लेकर गया । उनके पिता बृज बिहारी सिंह ने बताया कि संदीप की पत्नी के मायके जाने के बाद काफी परेशान रहने लगा था और यही वजह था कि वह मानसिक रूप से परेशान होने के बाद अचानक घर से निकल गया था। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर कुशीनगर जिला अंतर्गत पटेरवा फाजिलनगर थाना में संदीप के गुमशुदगी को लेकर मामले भी दर्ज कराए गए थे और वहां की पुलिस ने उन्हें ढूंढने के लिए कई जगहों पर छापेमारी भी की थी । इसके बाद पटेरवा थाना की पुलिस भी राहत की सांस ली है।
पत्नी की हामी के बाद लौटा
परिजनों ने पूर्णिया से ही संदीप की बात पत्नी से करायी। फोन पर पत्नी के लौटने की हामी भरने के बाद ही संदीप कुशीनगर जाने के लिए तैयार हुआ। इस मामले को लेकर परिवार वालों के द्वारा भी पहल की गई । बताया जाता है कि इस घटना के बाद संदीप का पूरा परिवार परेशान था और किसी भी तरह की अनहोनी घटना को लेकर भी भयभीत था