लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे यूपी के श्रमिकों को वापस लाने का काम तेजी से हो रहा है। यूपी सरकार संबंधित राज्यों से बात कर रही है। सरकार की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा लोगाें को ट्रेनों के माध्यम से जल्द वापस ले आए। यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि गुजरात से 13 ट्रेन और महाराष्ट्र से 04 ट्रेन आ चुकी हैं और 07 ट्रेन और आ रही हैं। केरल में यूपी के फंसे लोगों को ट्रेनों के माध्यम से वापस लाने के लिए बात हो गई है। वहां की सरकार से ट्रेन के संचालन पर सहमति बन गई है। अवनीश अवस्थी ने बताया कि पंजाब से प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों को लेकर 09 ट्रेन आने की सहमति हुई है, जिसमें 04 ट्रेन जालंधर एवं लुधियाना से चल चुकी हैं। कर्नाटक से पहली ट्रेन बेंगलुरू से संचालित हो चुकी है। तेलंगाना से 02 ट्रेन प्रवासी श्रमिकों को लेकर चल चुकी हैं। उड़ीसा, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखण्ड से ट्रेन के संचालन के लिए लगातार बात चल रही है। उन्होंने बताया कि हरियाणा से 30 हजार कामगार रोडवेज बसों द्वारा लाए जा रहे हैं। राजस्थान से लगभग 10 हजार श्रमिकों का आदान-प्रदान रोडवेज बस के माध्यम से किया जा रहा है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड अस्पतालों में सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मरीजों की पहचान के लिए टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाने, डॉक्टरों व पैरामेडिकल के प्रशिक्षण कार्य में भी तेजी लाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 पर नियंत्रण के लिए जरूरी है कि अस्पतालों में निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट (अस्पताली कचरे) के निस्तारण का समुचित प्रबंध हो क्योंकि इधर-उधर फेंका गया अस्पताली कचरा, मास्क, ग्लब्स, या मरीजों के इस्तेमाल किए गए सामानों से कोरोना वायरस सामान्य व्यक्ति में भी फैल सकता है। प्रदेश में नई टेस्टिंग लैब की स्थापना के साथ ही वहां पर बॉयो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।