पाकिस्तानी एक्टिविस्ट और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ब्रिटिश फैशन मैगजीन वोग के कवर पेज पर नजर आई हैं, जो चर्चा का विषय बन गया है। लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती। मैगजीन को दिए इंटरव्यू में मलाला ने राजनीति, शिक्षा, संस्कृति से लेकर व्यक्तिगत जिंदगी पर खुलकर बात की है। लेकिन शादी को लेकर उन्होंने जो बातें कहीं वह बहुत से पाकिस्तानियों को नागवार गुजरा है और अब सोशल मीडिया पर इसको लेकर बहस छिड़ गई है।
जीवनसाथी के लिए शादी को गैरजरूरी बताते हुए मलाला ने कहा, ”मैं अभी भी नहीं समझ पाई हूं कि लोग क्यों शादी करते हैं। यदि आप किसी को अपनी जिंदगी में चाहते हैं, तो आपको शादी के पेपरों पर साइन करने की क्या जरूरत है, यह सिर्फ एक पार्टनरशिप क्यों नहीं हो सकती है?”
मलाला के इस बयान पर पाकिस्तान में हंगामा मच गया है। सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी यूजर्स उनकी जमकर आलोचना कर रहे हैं और युवाओं के मस्तिष्क को दूषित करने का आरोप लगा रहे हैं। बहुत से लोगों ने कहा है कि उनका यह ‘गैरजिम्मेदाराना’ बयान इस्लाम की मान्यताओं के भी खिलाफ है। वहीं, कुछ लोगों ने कहा है कि वह पश्चिमी सभ्यता की नकल कर रही हैं।
सोशल मीडिया पर बेहद एक्टिव रहने वालीं पाकिस्तानी मॉडल मथिरा ने भी मलाला के कॉमेंट पर प्रतिक्रिया दी और कहा, ”मलाला, हमें इस पीढ़ी को सिखाना चाहिए कि निकाह सुन्नत है। इसका मतलब सिर्फ कागज पर साइन करना नहीं है, आप प्लॉट नहीं खरीद रहे हैं।” मथिरा ने इंस्टाग्राम पर यह भी कहा कि केवल जबरन और बाल विवाह को नकारात्मक नजरिए से देखना चाहिए। हालांकि, कई उदारवादी और समर्थकों ने मलाला का बचाव भी किया।