भारत में कोरोना की दूसरी लहर इतनी ज्यादा जानलेवा हो चुकी है कि पिछले 14 दिन के अंदर 185 प्रतिशत मौतें बढ़ गईं। न्यूयॉर्क टाइम्स के कोविड ट्रैकर के मुताबिक, इस वक्त देश में हर दिन औसतन 3417 मौतें हो रही हैं जबकि चार सप्ताह पहले यहां हर दिन 787 मौतें हो रही थीं। सात दिन के औसत आंकड़ों के आधार पर 14 दिन के बदलाव की गणना की जाती है जिसे संक्रमण की सटीक स्थिति का प्रामाणिक आंकड़ा माना जाता है।
भारत में दूसरी लहर के कहर को लेकर लगाए गए वैज्ञानिक अनुमान भी सटीक स्थिति का पता नहीं लगा पा रहे हैं। अप्रैल मध्य में लांसेट पत्रिका में प्रकाशित हुए अध्ययन में दावा किया गया था कि जून के पहले सप्ताह में जाकर हर दिन यहां ढाई हजार से ज्यादा मरीजों की मौत होगी। जबकि 27 अप्रैल को ही भारत में रोजाना होने वाली मौतों का आंकड़ा तीन हजार के पार हो गया था।
न्यूयॉर्क टाइम्स के कोविड ट्रैकर के मुताबिक, भारत में पिछले 14 दिनों में 82 प्रतिशत संक्रमण के नए केस बढ़ गए हैं। चार सप्ताह पहले भारत में औसतन 1,43,343 नए मरीज मिल रहे थे, जबकि अब हर दिन 3,68,647 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हो रही है।
इस वक्त देश में जितनी कोरोना जांचें हो रही हैं, उसमें से 21.2 प्रतिशत नमूनों में कोरोना जांचों की पुष्टि हो रही है। देश में कोरोना की दूसरी लहर 15 फरवरी के बाद शुरू हुई, उस तारीख तक जांच पॉजिटिविटी दर मात्र 1.60 प्रतिशत थी। हालात के अत्यधिक खराब होने का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक के हिसाब से यह दर अधिकतम 10 प्रतिशत ही रहनी चाहिए।
देश में सोमवार को कोरोना के 3,55,828 नए मामले आए तथा 3438 और मरीजों की मौत हो गई। वर्ल्डोमीटर के आंकड़ों के मुताबिक, संक्रमितों की कुल संख्या 2 करोड़ 2 लाख 75 हजार 543 पर पहुंच गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 17.13 प्रतिशत है। जबकि मृतक संख्या 2 लाख 22 हजार 666 हो गई है। देश में 01 मई को संक्रमण के रिकॉर्ड 4,01,993 नए मामले आए थे वहीं दो मई को 3,92,488 मामले सामने आए। कोरोना के ऐक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 34,44,548 हो गई है।