पीसीएस 2020 में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने कई रिकॉर्ड बनाए हैं। ऐसे समय में जब विवादों के कारण भर्तियां सालों लंबित रहती हैं तो उसमें आयोग ने महज छह महीने में पीसीएस 2020 की प्रारंभिक परीक्षा से लेकर अंतिम परिणाम तक घोषित कर दिया। यही नहीं रिकॉर्ड आठ दिन में 845 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार कराया और इंटरव्यू पूरा होने के चौथे दिन अंतिम परिणाम जारी कर दिया। पीसीएस 2020 की प्रारंभिक परीक्षा 11 अक्तूबर को कराई गई थी।
जिसका परिणाम नवंबर में घोषित हुआ। 21 से 25 जनवरी तक मुख्य परीक्षा हुई और रिजल्ट 54 दिन में जारी हो गए। इसका एक बड़ा कारण पीसीएस 2019 में किया गया बदलाव रहा। आयोग ने पीसीएस 2019 में प्रारंभिक से मुख्य परीक्षा के लिए रिक्त पदों के सापेक्ष 18 से 13 गुना और मुख्य परीक्षा से साक्षात्कार के लिए तीन की बजाय दो गुना अभ्यर्थियों को सफल घोषित करने का नियम लागू किया था। मुख्य परीक्षा के लिए सफल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या में कमी आने से प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम जल्द घोषित होने लगा है।
दो महीने में दो अंतिम चयन का भी रिकॉर्ड
पीसीएस 2020 का अंतिम परिणाम सोमवार को घोषित होने के साथ ही दो महीने में पीसीएस के दो अंतिम परिणाम जारी करने का रिकॉर्ड भी आयोग ने बना दिया। आयोग ने 17 फरवरी को पीसीएस 2019 का अंतिम परिणाम घोषित किया था। दो महीने के अंदर ही 12 अप्रैल को पीसीएस 2020 का भी अंतिम रिजल्ट जारी हो गया।
प्री का परिणाम संशोधित होने के लिए भी जाना जाएगा
पीसीएस-2020 भर्ती की प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम संशोधित करने के लिए भी जानी जाएगी। पहली बार नवंबर में जारी परिणाम में 5393 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा के लिए सफल थे जबकि संशोधित परिणाम में सफल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या बढ़कर 5535 हो गई थी। यह गड़बड़ी विज्ञापन और आवेदन में अर्हता क्रम में भिन्नता के कारण हुई थी।