सोनिया गांधीने श्रमिकों के निशुल्क यात्रा की मांग को बार-बार उठाया, सरकार ने नहीं सुना। सोनिया गांधी ने कहा श्रमिक, कामगार राष्ट्र निर्माण के दूत हैं।सोनिया गांधी ने कहा जब विदेशों में फंसे लोगों को हवाई जहाज से निशुल्क वापस ला सकते हैं, तो मजदूरों, श्रमिकों को निशुल्क वापस क्यों नहीं ला सकते। गुजरात के एक कार्यक्रम में सरकारी खजाने से 100 करोड़ रुपए खर्च कर सकते हैं,तो मजदूरों की यात्रा पर क्यों नहीं खर्च कर सकते,जब रेल मंत्रालय पीएम कोविड फंड में 151 करोड़ दे सकता है,तो रेलवे गरीब मजदूरों को मुफ्त यात्रा क्यों नहीं दे सकता।