यूपी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर प्रतीक चिह्नों का आवंटन बुधवार को होगा। इस बार आयोग ने हर श्रेणी के लिए अलग-अलग प्रतीक चिह्न भेजे हैं। ओखली, अंगूर, कन्नी, हंसिया जैसे प्रतीक चिह्नों पर मतदान किया जाएगा।
पंचायत चुनाव में राजनीतिक पार्टियां सीधे तौर पर प्रत्याशी नहीं उतारती हैं। ऐसे में बड़े राजनीतिक दलों के प्रतीक चिह्न इस बार काम नहीं करेंगे। ऐसे में आयोग ने हर श्रेणी के लिए अलग-अलग चिह्न तय किए हैं। नामांकन के बाद सोमवार से नामांकन पत्रों की जांच शुरू हो गई और यह काम मंगलवार को भी होगा। बुधवार को दोपहर तीन बजे तक नाम वापसी के बाद प्रतीक चिह्नों का आवंटन किया जाएगा।
प्रतीक चिह्न इस प्रकार के हैं:
प्रधान:
अनाज ओसता किसान, इमली, कन्नी, कार, किताब, कैमरा, कैरम बोर्ड, कोट, खड़ाऊं, गदा, गले का हार, घंटी, चारपाई, चूड़ियां, छत का पंखा, टेबल लैंप, टोकरी, डेस्क, ड्रम, तांगा, तोप, त्रिशूल, दरवाजा, धनुष, धान का पेड़, पत्तियां, पहिया, पालकी, पुल, फावड़ा, फुटबॉल, फूल और घांस, बल्लेबाज, बस, बांसुरी, बाल्टी, बिजली का खंभा आदि।
जिला पंचायत सदस्य:
आरी, उगता सूरज, कप और प्लेट, कलम और दवात, कुल्हाड़ी, केतली, कैंची, क्रेन, खजूर का पेड़, गमला, गिटार, घुड़सवार, चश्मा, छड़ी, छाता, झोपड़ी, टाइप राइटर, टेलीफोन, टेलीविजन, ट्रैक्टर, ढोलक, तरकश, तराजू, ताला चाभी, थरमस, नाव, पिस्टल, फसल काटता किसान, फावड़ा, मछली, रेडियो, रोड रोलर, लट्टू, लाउड स्पीकर, वृक्ष, शेर, सितारा, कलश आदि।
बीडीसी सदस्य:
अनार, अलाव व आदमी, अंगूठी, आटा चक्की, ईंट, कढ़ाई, कांच का गिलास, कुआं, केला का पेड़, गुल्ली डंडा, गेंद और हॉकी, चकला बेलन, चिड़िया का घोंसला, जीप, टॉर्च, टेबल फैन, टैंक, टोपी, तलवार, दमकल, नारियल, पतंग, पानी का जहाज, प्रेस, फ्रॉक, भगौना, रेल का इंजन, लड़का-लड़की, लेटर बॉक्स, शहनाई आदि।
ग्राम पंचायत सदस्य:
आम, ओखली, अंगूर, केला, गुलाब का फूल, घड़ा, डमरू, तम्बू, नल, पेंसिल, फरसा, बंदूक, बैंडमिंटन का बल्ला, ब्रश, ब्लैक बोर्ड, रिक्शा, शंख, सुराही।