लखनऊ: महाराष्ट्र के बाद उत्तरप्रदेश में भी कोरोना की नई लहर कहर बरपा रही है. आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य में कोरोना का बेकाबू होना बहुत बड़ी समस्या है. यूपी में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर योगी सरकार ने नियम कड़े कर दिये हैं. लखनऊ में भी अचानक कोरोना विस्फोट हुआ है.
फिर हुई कंटेनमेंट जोन की वापसी
आपको बता दें कि योगी सरकार की नई गाइडलाइंस के मुताबिक शहरी इलाकों में कोरोना मरीज मिलने पर इलाका कंटेनमेंट जोन घोषित होगा. एक मरीज मिलने पर 20 मकानों का इलाका सील होगा और एक से अधिक केस मिलने पर 60 मकानों का इलाका सील कर दिया जाएगा.
कंटेनमेंट जोन में होगी पहले की तरह सख्ती
नई गाइडलाइंस के मुताबिक कंटेनमेंट जोन में लोगों का आवागमन बंद हो जाएगा और वहां के लोगों को 14 दिन तक इसी स्थिति में रहना पड़ेगा. इलाके में सर्विलांस टीम सर्वे और जांच करेंगी. सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अफसरों को आदेश जारी कर दिया गया.
बहुमंजिले अपार्टमेंट के लिए नियम कुछ अलग होंगे. एक मरीज मिलने पर अपार्टमेंट की उस मंजिल को बंद कर दिया जाएगा. एक से अधिक मरीज मिलने पर ग्रुप हाउसिंग का संबंधित ब्लॉक सील होगा. 14 दिनों तक एक भी मरीज न मिलने पर ही कंटेनमेंट जोन समाप्त होगा.
यूपी में भी कोरोना से हाहाकार
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने रविवार को बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 4,164 नए मामले सामने आए हैं. सक्रिय मामले 19738 हैं. संक्रमण से अब तक 8881 लोगों की मौत हुई है. अब तक प्रदेश में 3,54,13,966 सैंपल की जांच की गई है. कल 78, 959 सैंपल आरटी-पीसीआर जांच के लिए भेजे गए. 4 हजार से अधिक कोरोना केस आना बेहद चिंताजनक है.