उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अनलाक व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने लखनऊ समेत सात जिलों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि इन जिलों में यह अलर्ट की तरह है, यहां ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में कहा कि कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित रखने तथा इस महामारी के उपचार के लिए प्रदेश में पयार्प्त मात्रा में सभी प्रकार के संसाधन उपलब्ध हैं। उन्होंने अब तक कोरोना के खिलाफ किए गए काम के अनुभव और संसाधनों के बेहतर समन्वय से कोविड-19 के खिलाफ जंग को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर प्रदेश में कक्षा एक से आठ तक के सभी परिषदीय एवं निजी विद्यालयों को 11 अप्रैल तक बन्द रखने के निर्देश दिए हैं। इस अवधि में इन विद्यालयों में शैक्षणिक कार्य बन्द रहेगा, जबकि शिक्षक प्रशासनिक कार्यों के लिए स्कूल आते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक करने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी इस्तेमाल किया जाए। कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए मास्क का अनिवार्य उपयोग, सेनिटाइजेशन तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित किया जाए। सार्वजनिक स्थलों पर यदि लोग मास्क न लगाएं, तो
उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए।
उन्होने लखनऊ, कानपुर नगर, मेरठ, वाराणसी, प्रयागराज, गाजियाबाद और आगरा में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि इन जिलों में एल-2, एल-3 बेडों की संख्या बढ़ाई जाए। उन्होने पूरे राज्य में कोविड अस्पतालों की बहाली की स्थिति की रिपोर्ट आज शाम तक उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुए कहा कि कोविड-19 के मद्देनजर एल-2 तथा एल-3 कोविड अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जाए। टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेन्ट की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।